1.2.12

मिस्र में चुनावी धोखाधडी की अवहेलना ना की जाये


डैनियल
पाइप्स



जब 23 जनवरी को मिस्र के निचले सदन की बैठक हुई तो कुल 498 सीटों में 360 सीटें इस्लामवादियों के पास थीं और कुल 72 प्रतिशत मत सहित। यह आश्चर्यजनक आँकडा देश के लोकप्रिय मत से अधिक सत्तारूढ सैन्य नेतृत्व द्वारा सत्ता में बने रहने की हेराफेरी को अधिक व्यक्त करता है।
जैसा कि 6 दिसम्बर के लेख मिस्र के चुनाव का छलावा में हमने तर्क दिया था कि जिस प्रकार अनवर अल सादात और होस्नी मुबारक ने पूर्व में, " नीतिगत ढंग से इस्लामवादियों को सशक्त किया ताकि पश्चिम से सशस्त्र और धन का सहयोग प्राप्त किया जा सके वही नीति मोहम्मद तंतावी और उनकी सुप्रीम काउंसिल आफ द आर्म्ड फोर्सेस ने अपनायी है और वही पुराना खेल जारी रखा है" ।
इस दावे के समर्थन में हमने तीन साक्ष्य रखे थे: (1) स्थानीय आधार पर चुनावी धोखाधडी; (2) सुप्रीम काउंसिल आफ द आर्म्ड फोर्सेस द्वारा इस्लामवादियों के साथ की गयी सौदेबाजी और (3) सेना द्वारा इस्लामवादियों के राजनीतिक दलों को छूट या सब्सिडी दिया जाना। सात सप्ताह के पश्चात कहीं व्यापक स्तर पर धोखाधडी के अनेक संकेत सामने आ रहे हैं।
मिस्र के अग्रणी शास्त्रीय उदारवादी राजनीतिक दल फ्री इजिप्टियन्श पार्टी ने 10 जनवरी को घोषणा की कि उसने निचले सदन के चुनाव को लेकर कुल 500 शिकायतें दर्ज कराई थीं लेकिन उसके प्रत्युत्तर में कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं हुई। इस राजनीतिक दल ने आगे होने वाले ऊपरी सदन के निर्वाचन में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है क्योंकि , " कानून का उल्ल्घंन करने वालों को पुरस्कृत किया गया और जो कानून का पालन करने वाले थे उन्हें दंडित किया गया और यह कहकर उसने अपने नामाँकन वापस ले लिये।
अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पूर्व महानिदेशक मोहम्मद अल बरदेयी ने निर्वाचन में सम्भावित धाँधली के चलते 14 जनवरी को राष्ट्रपति पद की दौड से स्वयं को हटा लिया। उन्होंने घोषणा की कि, " मेरी आत्मा मुझे इस बात की अनुमति नहीं देती कि जब तक पूरी तरह लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं होती तब तक राष्ट्रपति या अन्य किसी आधिकारिक पद के लिये चुनाव लडूँ" ।
10 जनवरी के अपने अंक में El-Badil ने रिपोर्ट प्रकाशित की है कि छह संसदीय प्रत्याशियों ने अनेक अधिकारियों के विरुद्ध शिकायतें कीं और माँग भी की कि चुनावों को रद्द कर उन्हें फिर से सम्पादित कराया जाये । वफ्द दल के प्रत्याशी इब्राहिम कामिल ने बताया कि उन्हें सरकारी दस्तावेज मिला जिससे यह पता चलता है कि मिस्र में 4 करोड से भी कम मतदाता मतदान के योग्य है जबकि हाल के निर्वाचन में 5.2 करोड मतदाताओं ने भाग लिया इसमें अंतर्निहित है कि 1.2 करोड मतपत्र फर्जी थे। उनके अनुसार इस बढत को प्राप्त करने के लिये सही मतदाताओं के नाम और और मतदाता संख्या लेकर उन्हें अन्य निर्वाचन स्थानों पर 2 से 32 बार तक मिलाकर फर्जीवाडा किया गया।
एक गैर सरकारी संस्थान इजिप्टियन नेशनल काउंसिल के प्रमुख ममदूह हमजा ने El-Badil में प्रकाशित निर्वाचन प्रकिया में छेडछाड की बात को दुहराते हुए कहा , " मिस्र के इतिहास में सबसे बडा धोखा है" उन्होंने माँग की कि निचले सदन के चुनाव फिर से आरम्भ से कराये जायें।
इसके ठीक विपरीत विजेता इस्लामवादियों ने जिन्होंने कि लोकतंत्र की अवमानना की है उन्होंने इस तथ्य को छुपाने का बिलकुल भी प्रयास नहीं किया कि उनकी निर्वाचन सफलता धोखे से प्राप्त हुई है। उनमें से तो अनेक गर्व से और बिना ग्लानि के इस बात का दावा कर रहे हैं कि बेईमान होना तो उनका इस्लामी कर्तव्य है। एक अग्रणी सलाफी तलत ज़हरान ने लोकतांत्रिक प्रणाली को " काफिर" , " आपराधिक" और [Protocols of theElders of Zion." से निकला हुआ बताया । उन्होंने सनकपूर्वक माना कि, " निर्वाचन प्रकिया में धाँधली करना उनका कर्तव्य है और ईश्वर इसके लिये उन्हें पुरस्कृत करेगा" ।
रहस्योद्घाटन करते हुए ज़हरान ने तंतावी की प्रशंसा की, " जैसा कि हमने मुबारक को bay'a [ इस्लाम के प्रति निष्ठा की शपथ ] दियाउसी प्रकार हम एससीएएफ का समर्थन करेंगे। यदि तंतावी सत्ता में बने रहने का निर्णय लेते हैं तो हम मरते समय तक उनका समर्थन करेंगे। इस बात के संकेत भी मिल रहे हैं कि इस्लामवादी और सेना कुछ मुद्दों पर जैसे कि सेना की स्वायत्ता और 1971 के संविधान में परिवर्तन को लेकर साथ साथ कार्य कर रहे हैं। उनके साथ कार्य करने का कारण भी है क्योंकि इस्लामवादी मुस्लिम एकता चाहते हैं ताकि वे काफिर शत्रुओं ( विशेष रूप से यहूदी और ईसाई) पर पूरा ध्यान दे सकें।
हमें इस बात पर आश्चर्य होता है कि धाँधली के इतने साक्ष्यों के बात भी पश्चिमी राजनेता, पत्रकार और विद्वान मिस्र में अभी सम्पन्न हुए चुनावों के दयनीय परिणामों को लोकमत की वास्तविक अभिव्यक्ति मानते हैं। आखिर वे सनकी पत्रकार कहाँ हैं जो कि इस बात पर शंका व्यक्त करें कि अचानक अस्तित्व में न रहने वाले सलाफी 28 प्रतिशत मत प्राप्त कर लेते हैं? आखिर वे विश्लेषक कहाँ हैं जिन्हें कि रूस और सीरिया में चुनावों की धाँधली तो दिखती है और सहन नहीं होती लेकिन " मिस्र के इतिहास की सबसे बडी धाँधली" में वे कमजोर पड जाते हैं? शायद ऐसा इसलिये है कि काइरो ने पिछले 40 वर्षों से पश्चिमी शक्तियों के साथ सहयोग किया है या फिर शायद इसलिये कि तंतावी बडी सफाई से धाँधली कर ले गये।
एससीएएफ ने जिस प्रकार स्पष्ट रूप से इन चुनाव परिणामों की अवहेलना की है उससे हमें भी आश्चर्य है कि विश्लेषक इस बात की अपेक्षा कर रहे हैं कि इसका देश के भविष्य पर प्रभाव होगा। वास्तव में एससीएएफ ने इन चुनावों में अपने लाभ के लिये हेराफेरी की है , इस्लामवादी तो इस पूरे नाटक में प्रयोग किये जा रहे हैं और उनकी स्थिति बन्धक की है जिसके आधार पर सौदेबाजी हो सके वे असली राजा नहीं है। हम एक वैचारिक क्रांति के साक्षी नहीं बन रहे हैं वरन सैन्य अधिकारी आत्यंतिक शासन के मधुर फल का आनंद लेते हुए अब भी प्रभावी भूमिका में हैं।


मौलिक अंग्रेजी सामग्री: Don't Ignore Electoral Fraud in Egypt
हिन्दी अनुवाद - अमिताभ त्रिपाठी
 आज इस गीत के साथ एक नई शुरूआत...

30.1.12

ऐसे मनाई नर्मदा जयंती : कोलावरी डी....झुमका गिरा रे...पे थिरकते बच्चे चीयर अप करते अभिभावक


तिलवारा पुल के नीचे : बच्चे रेवा के आंचल में
लहरों के पल्लू उपहार ले आते हैं  
नेमावर वाले बच्चे रेवा तट से पन्नी कचरा
बीन बीन के जला देते हैं  
                               कल मन काफ़ी उत्साहित था नार्मदेय ब्राह्मण जो हूं. डा.संध्या जैन "श्रुति" के नर्मदा-महाकाव्य के विमोचन समारोह में मैंने संचालन के दौरान  मैने गर्व से कहा था कि नार्मदेय ब्राह्मण हूं मुझे नर्मदा महाकाव्य के विमोचन का अवसर मिला अभिभूत हूं मुझ पर मां नर्मदा की विशेष कृपा हुई है.. और दूसरे ही दिन यानी 30 जनवरी 2012 की अल्ल सुबह    मां नर्मदा के तट पर आयोजित होने वाले समारोह में जाकर स्वजातीय बंधुऒं से मिलूंगा गया भी तिलवारा तक वहां जाकर पता चला कि आयोजन स्थल बदल गया है.  घर से निकलते वक़्त धर्म-पत्नि से घर पे आने वाली सूचनाऒं को बिना प्राप्त किये निकलने से नुक़सान ही होता है. पर एक लाभ हुआ कि नर्मदा-दर्शन हो गए. सामाजिक कारोबार में सरकारी लोग कुछ इसी तरह अज्ञानी   होते हैं..जैसा कि मैं.. !  बहरहाल लौटना था सो लौटा और कुछ देर पश्चात समाज द्वारा नर्मदा जयंति के अवसर पर हो  रहे धार्मिक आयोजन में जाकर देखा तो मंजर ही अजीब था.. वहां सांस्कृतिक-कार्यक्रमों की प्रस्तुति हो रही थी. नन्हे मुन्ने बच्चे कोलावरी डी, झुमका गिरा रे जैसे गीतों पर ठुमके लगा रहे थे. ठुमके तो और भी लगे हिंदी फ़िल्मी गीतों के रीमिक्स पर.. दादा दादी ताऊ जी बाप-मां सब चीयर अप कर रहे थे..मां नर्मदा की कृपा ये रही कि मेरे स्वजातीय बंधुओं के बच्चों ने "हैप्पी-बर्थडे टू नर्मदा नहीं कहा और न ही बेचारे विप्र आयोजकों ने मैया के लिये केक न काटा..!!
          

डा. विजय तिवारी किसलय कृत नर्मदा स्तुति :नित नमन मां नर्मदे

28.1.12

डा० संध्या जैन “श्रुति” कृत नर्मदा-महाकाव्य का विमोचन


       
श्रीमति संध्या जैन “श्रुति” कृत कृत नर्मदा-महाकाव्य का विमोचन पूर्व केंद्रीय मंत्री  प्रहलाद पटेल के मुख्य आतिथ्य में तथा पंडित श्रीयुत  शिव कुमार मिश्र (अपर महाप्रबंधक व्ही एफ़ जे. )  की अध्यक्षता में स्थानीय मानस भवन प्रेक्षागार में दिनांक 29 जनवरी 2012 को किया जावेगा. समारोह के विशिष्ठ अतिथि  महापौर  श्री प्रभात साहू श्री भागीरथ कुमरावत (भोपाल) श्री राजेश माहेश्वरी होंगे वक्ता के रूप में पं..श्री द्वारका नाथ शुक्ल शास्त्री. आचार्य भगवत दुबे .श्री के एल नेमा,आर. एन विश्वे आमंत्रित हैं.
                 इस अवसर आयोजक संस्थाओं द्वारा डा० श्रुति की मातुश्री  श्रीमति कमला जैन, साहित्यकार श्री मणि मुकुल, एवम श्री अंशलाल पंद्रे जी को सम्मानित किया जावेगा.
        राष्ट्र पति पुरस्कार प्राप्त लेखिका एवम कवयत्रि डा० श्रुति को “सव्यसाची” अलंकरण , एवम   श्री चंद्रकात जैन को भी सम्मानित किया जावेगा.

युवक का सिर काटा और लेकर पहुंच गई थाने

Deshbandhuजबलपुर !  जिला मुख्यालय से करीब 45 किलो मीटर दूर मझौली के एक गांव में एक महिला ने अपनी आबरू बचाने के लिए एक युवक की सिर को कुल्हाड़ी से काट धड़ से अलग कर दिया और सिर को बोरी में भरकर बहोरीबंद थाने पहुंचे गई। बोरी में मानव मुण्ड देख पुलिस कर्मी सकते में आ गए। बहोरीबंद पुलिस ने तत्काल महिला और सिर को लेकर मझौली थाने पहुंचे क्योंकि मामला मझौली थाना क्षेत्र का था। महिला का पति पहले से ही जेल में बंद है। उधर इस घटना के बाद से गांव में सनसनी व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मझौली के आमोदा गांव में श्रीराम सेन अपनी पत्नी बच्चों के साथ रहता था। कुछ दिन पहले श्रीराम सेन  चोरी के एक मामले में पकड़ा गया और पुलिस ने उसे दमोह जेल भेज दिया। पति के जेल जाने के बाद  राजकुमारी सेन 35 वर्ष गांव में ही मेहनत मजदूरी करके घर चलाने लगी। बताया गया है कि ग्राम अमोदा के करीब पीडब्लूडी का कोई निर्माण कार्य चल रहा है। राजकुमारी यहां मजदूरी कर रही थी। कुछ दिनों से गांव का ही रहने वाला श्यामलाल यादव 38 वर्ष राजकुमारी को परेशान कर रहा था। यह बात कई लोगों को पता थी। आज दोपहर 3 बजे श्यामलाल यादव ने राजकुमारी के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया तो राजकुमारी अपनी आबरू बचाने के लिए कुछ दूर भागी इस दौरान उसे सड़क किनारे पड़ी एक कुल्हाड़ी मिल गई। बताते है राजकुमारी ने कुल्हाडी उठाई और उसे पकड़ने आ रहे श्याम लाल पर हमला कर दिया पहले ही हमले में श्यालाल लड़खड़ा गया और मौका मिलते ही राजकुमारी ने श्यामलाल के ऊपर कई वार कर दिए। इससे श्याम लाल की मौत हो गई। उसके बादे राजकुमारी ने उसके गले पर हमला करके सिर को धड़ से अलग कर दिया और एक बोरी में सिर लेकर बहोरीबंद थाने पहुंच गई। बोरी के अंदर मानव सिर देख पुलिस कर्मी घबरा गए और महिला सहित नर मुण्ड को लेकर मझौली थाने पहुंचे। यहां राजकुमारी सेन ने अपने बयान में बताया कि श्यामलाल यादव उसके पति के जेल जाने के बाद उसके साथ 3 बार दुष्कर्म कर चुका था। आज फिर श्यामलाल ने उसके साथ दुष्कर्ष की कोशिश की तो उसने कुल्हाड़ी से वार कर उसकी हत्या करने के बाद उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। राजकुमारी से रक्त रंजित कुल्हाड़ी, सिर और खून से सनी साड़ी आदि पुलिस ने बरामद कर ली है।

26.1.12

मामाजी के दिलो दिमाग पे छा गई झांकी : मामीजी की चेहरे पर उत्साह के भाव थे गणतंत्र दिवस समारोह में : बेटी-बचाओ अभियान केंद्रित झांकी अव्वल


श्री युत के सी जैन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को सम्मानित करते हुए मामाजी 
जबलपुर मे महिला बाल विकास विभाग की झांकी प्रथम स्थान
पर रही. झांकी की  परिकल्पना:-गिरीश बिल्लोरे,मनीष शर्मा
मनीष सेठ, एवम जी.एस. लौवंशी ने की थी  निर्माण सहायक
श्री धीरज शाह  

जिले में शान-सम्मान और गरिमा से मनाया गया गणतंत्र दिवस
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में फहराया राष्ट्र ध्वज
सांस्कृतिक कार्यक्रमों को मुख्यमंत्री ने सराहा
मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं के साथ फोटो खिंचवाई
आकर्षण का केन्द्र रही झाँकियां
गौरवशाली 63वां गणतंत्र दिवस जबलपुर जिले में उत्साहउमंगशानसम्मान और गरिमा के साथसमारोहपूर्वक मनाया गया   जिला मुख्यालय पर यहां पंरविशंकर शुक्ल स्टेडियम मैदान में आयोजितमुख्य समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संयुक्त परेड की सलामी ली गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शाल-श्रीफल भेंटकर मुख्यमंत्री नेसम्मानित किया   समारोह में स्कूली बच्चों द्वारा मनोहारी एवं आकर्षक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमप्रस्तुत किये गये  मुख्यमंत्री ने शांति और अमन के प्रतीक रंगीन गुब्बारे आकाश की ओर छोड़े   पूरास्टेडियम थोड़े समय के लिए रंगीन गुब्बारेमय और आकर्षक हो गया 
गणतंत्र दिवस पर पंड़ित रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में प्रदेश के मुखियामुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रात: 9 बजे ध्वजारोहण किया   इसके उपरांत कलेक्टर गुलशन बामराऔर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के साथ जिप्सी में सवार होकर संयुक्त परेड का निरीक्षण किया   परेड मेंशामिल जवानों ने मधुर धुन के साथ हर्ष फायर किये और राष्ट्रपति के जयकारे लगाये 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 63वें गणतंत्र दिवस पर प्रदेश वासियों का अभिवादन किया और बधाईदी   उन्होंने भारत माता की जाय के नारों के साथ संदेश वाचन प्रारंभ किया   उन्होंने कहा आज का दिनउन मूल्यों और प्रतिज्ञाओं के प्रति स्वयं को पुनसमर्पित करने का दिन है जिनके आधार पर स्वराज कीस्थापना हुई  मुख्यमंत्री ने कहा सरकार की कार्यशैली और विकास की हमारी अवधारणा समाज औरसरकार की सहभागिता पर आधारित है   इसीलिए प्रदेश का शासन-प्रशासन आम आदमी की खुशहालीऔर प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है   मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार ने प्रदेश की विकास यात्रा में समाज केसभी वर्गों को शामिल किया है                                               
गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा समाज के कमजोरऔर वंचित वर्गों के लोगों को उनके कल्याण और विकास की योजनाओं का बेहतर लाभ उपलब्ध कराने केलिए समग्र सुरक्षा कार्यक्रम
लागू किया जायेगा   उन्होंने कहा स्पर्श अभियान में प्रदेश में साढ़े आठ लाख नि:शक्त चिन्हित किये गये हैं  इनमें 7 लाख 15 हजार को प्रमाण पत्र देने के साथ एक लाख से ज्यादा कृत्रिम अंग भी उपलब्ध करायेगये 
मुख्यमंत्री ने कहा जबलपुर में चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापना के बाद अब अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का कृषिअनुसंधान केन्द्र भी स्थापित होने जा रहा है  उन्होंने कहा राज्य सरकार खेती और किसानों की बेहतरी केलिए कार्य कर रही है 
मुख्य समारोह में आयोजित परेड का नेतृत्व रक्षित निरीक्षक मनोज वर्मा कर रहे थे   शानदार परेड कास्टेडियम में मौजूद लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया   परेड में विशेष सशस्त्र बलयातायातजिलापुलिस बलमहिला पुलिस बलहोमगार्डएन.सी.सीजिसमें बालिका एवं बालक शामिल थे तथा स्काउटगाइड और बैंड दल 6वीं वाहिनी ने भाग लिया 
मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम:
            मुख्य समारोह में गुरूनानक विद्यालय मढ़ातालमॉडल स्कूल एवं हितकारिणी विद्यालयगोरखपुरमहारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालयशासकीय ब्यौहारबाग उच्चतरमाध्यमिक विद्यालय एवं एल.एनयादव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और चौधरी मदर केयर विद्यालय केछात्र-छात्राओं ने आकर्षक एवं मनोहारी क्रमशराईपंथीगरबाभांगड़ा और वंदेमातरम् पर आधारितनृत्य प्रस्तुत किये 

जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित झांकियां:

            मुख्य समारोह में महिला बाल विकासशहरी विकास अभिकरणकृषिनगर निगमजबलपुरविकास प्राधिकरणजिला पंचायतस्वास्थ्यलोक सेवा गारंटीशिक्षा केन्द्रश्रम, 108 एम्बुलेंस,पी.एच.., जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्रवनउद्यानकेन्द्रीय जेलगन कैरिज फेक्टरी आदि अन्यविभागों ने मनोरम झांकियां प्रस्तुत की 
बेटी बचाओ को मिला प्रथम स्थान:
            जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित झांकियों में महिला बाल विकास विभाग की बेटीबचाओ पर आधारित झांकी को प्रथम स्थानजिला पंचायत की समग्र स्वच्छता को द्वितीय और कृषिविभाग की झांकी को तीसरा स्थन मिला 
                                  
            गतवर्ष टेंमर नदी में डूबने से 6 लोगों की प्राण रक्षा करने पर बरगी के बसीर खान और गोविंदसिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया  उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस के जवानों तथाअधिकारियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया   प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने स्कूली छात्र-छात्राओं कोबेहतर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रदर्शन के लिए शील्ड और प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये                                                                 परेड में प्रथम जिला पुलिस बल:
            मुख्य समारोह में परेड में ग्रुप  में प्रथम स्थान जिला पुलिस बल (पुरूषकोग्रुप बी में प्रथमस्थान होमगार्ड महिला और ग्रुप सी में प्रथम स्काउट गाइड गल्र्स को मिला 
संचालनकत्र्ता सम्मानित:
            मुख्य समारोह में विगत कई वर्षों से कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रदीप दुबे को प्रशस्ति पत्रदेकर मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया   कार्यक्रम में सह संचालन संदीपा स्थापक पचौरी ने किया 
मुख्यमंत्री ने सांस्कृति समूहों के बीच पहुंचकर ग्रुप फोटो करवाया:
            मुख्यमंत्री इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल छात्र-छात्राओं के बीच पहुंचे और उनकेसाथ फोटो खिचवाई   मुख्यमंत्री ने मंच से कार्यक्रम के अंत में कहा हो रही वर्षा को देखते हुए मैंनेसांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं करवाने के निर्देश कलेक्टर को दिये थे परन्तु मेरी बेटियों के आग्रह को मैंनेस्वीकार किया   आप सभी ने बहुत अच्छा कार्यक्रम प्रस्तुत किये गुरूजनों और छात्र-छात्राओं सभी कोबधाई   उन्होंने मंच से यह भी घोषणा की कल जबलपुर में स्कूल-कालेज में अवकाश रखा जायेगा 
ये रहे मौजूद:
            मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंहमहापौर प्रभात साहूविधायकसर्वश्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बूशरद जैनश्रीमती प्रतिभा सिंह एवं श्रीमती लॉरेन बीलोबोजिला पंचायतअध्यक्ष भारत सिंह यादवकुक्कुट पालन निगम के उपाध्यक्ष एस.केमुद्दीन,  जबलपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष अनिल शर्मानगर भाजपा अध्यक्ष डॉविनोद मिश्राभाजपा ग्रामीण अध्यक्ष आशीष दुबे,विनोद गोंटियासंभागायुक्त रवीन्द्र पस्तोरआई.जीव्हीमधुकुमारकलेक्टरपुलिस अधीक्षकस्वतंत्रतासेनानी स्थानीय जनप्रतिनिधिगणमान्य नागरिकअधिकारी-कर्मचारी आदि मौजूद थे 

23.1.12

मैं तुम्हारा आखिरी खत जाने किसके हाथ आऊं


मैं तुम्हारा
आखिरी खत जाने किसके हाथ आऊं
पढ़ो बस इक बार मुझको
नवल मैं संचार पाऊं !!
वेदनाएं हर किसी की कोई अब पढ़ता नहीं ..
 क्रोंच आहत देख कविता अब कवि गढ़ता नहीं..
सबको अपना अपना गाना है सुहाता ..
गीत अब समभाव के है कौन गाता..!!
चेतना प्रस्तर हुई .. वेदना नि:शब्द है
युग भयातुर वक़्त भी अभिशप्त है !!
चलो ऐसे में चिंतन करें चिंता छोड़ दें..
भयावह भावों के मुहाने मोड़ दें..!!
            * गिरीश मुकुल

20.1.12

मधुर सुर न सुनाई दें जिस घर से वो घर कैसा न मांडी जाए रंगोली जिस दर पे वो दर कैसा ?


मधुर सुर  सुनाई दें जिस घर से वो घर कैसा 
 मांडी जाए रंगोली जिस दर पे वो दर कैसा ?
********************
बिना बेटी के घर लगते अमावस की घुप रातें 
 रु झु पायलें बजतीं  होती हैं मृदुल बातें
 दीवारों पे  रौक और  देहरी से चमक गायब-
देखता जो भी सोचे ये घर तो है मगर कैसा ..?
                       मधुर सुर  सुनाई दें जिस घर से वो घर कैसा 
********************
वो बेटी ही तो होती है कुलों को जोड़ लेती है
अगर अवसर मिले तो वो मुहाने मोड़ देती है
युगों से  बेटियों को तुम परखते हो  जाने क्यूं..?
म लेने तो दो उसको जम-लेने से डर कैसा..?
                          मधुर सुर  सुनाई दें जिस घर से वो घर कैसा
******************** 
पालने से पालकी तक की  चिंता छोड़ के आना
वो बेटों से भी बेहतर है ये चिंत जोड़ ते लाना
उसे तुमने जो अब मारा धरा दरकेगी ये तय है-
उसे ताक़त बनाओगे जमाने से डर कैसा 
                         मधुर सुर  सुनाई दें जिस घर से वो घर कैसा 

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विश्व का सबसे खतरनाक बुजुर्ग : जॉर्ज सोरोस

                जॉर्ज सोरोस (जॉर्ज सोरस पर आरोप है कि वह भारत में धार्मिक वैमनस्यता फैलाने में सबसे आगे है इसके लिए उसने कुछ फंड...