"मिसफ़िट की ओर से दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं"
आओ हम मिल दूर करें आज सबके अंतस के अंधकार दीपशिखाओं की ज्योति से रोशन हो सबके घर-द्वार निश्छल ,निर्मल पावन मन में स्वर्ण रश्मियाँ हों अपार बिना भेद के सब मिल जाएं,दिल में हों बस प्यार ही प्यार ...( अर्चना ) “ नन्हें दीपों की माला से स्वर्ण रश्मियों का विस्तार - बिना भेद के स्वर्ण रश्मियां आया बांटन ये त्यौहार ! निश्छल निर्मल पावन मन ,में भाव जगाती दीपशिखाएं , बिना भेद अरु राग-द्वेष के सबके मन करती उजियार !! “( गिरीश ) "हार्दिक शुभ कामनाएं " मिसफ़िट:सीधी बात गिरीश बिल्लोरे अर्चना चावजी