__________________________________________________________________________________________________ कल एक कवि गोष्टी करनी है बताओ किस किस को बुला लूं..? मेरे सवाल पर भाई सलिल समाधिया बोले-"क्या बताऊँ आप से बेहतर किसे जानकारी है शहर के कवियों के बारे में मैं तो किसी को जानता नहीं ? सलिल भाई,मैं सभी को जानता हूँ इसी कारण पशोपेश में हूँ ....! मेरा हताशा भरा उत्तर सुनकर सलिल भाई का ठहाका गूंजने लगा . ________________________________________________________________________________________ _ _ _______ योग निद्रा वो सरकारी आदमी योग निद्रा में लीन अपनी फाइल पर निपूते की संपदा पर बैठे सांप सा बैठा हुआ था,कल्लू की मौत के बाद अनुकम्पा नियुक्ति के केस में कल्लू की औरत से कुछ हासिल करने की गरज से उसकी फाइल एक इंच भी नहीं खिसका रहा था. एक दिन अचानक बाबू बालमुकुन्द नामदेव का निधन हार्ट अटैक से हो गया और एक नए बाबू ने कुर्सी सम्हाली . दौनों विधवाए की अनुकम्पा नियुक्ति की फाइल को लेकर उसी टेबल के सामने बैठीं थी. और नए गुप्ता बाबू योग निद्रा में थे . _________________________________