न वो बौद्ध है न वो शिंतो
उसे मालूम है कि वो लहरों से जीतेगा नही यह भी कि तस्वीर के अलावा उसकी डूबती देह को कोई खींचेगा नहीं वो जो जापान में रहता था हां ! कल केवल मरे लोगों की गिनती में शुमार जाएगा. न वो बौद्ध है न वो शिंतो वो बस जलजले में डूब के मरता हुआ जापानी जीता भी तो कब तक विकिरण से मरना तय है