नागफनी
जिनके आँगन में, उनके घर तक
जाए कौन ?
घर जिनके जाले मकडी के, रेशम उनसे लाए कौन !
हर
उत्तर से प्रश्न प्रसूते, प्रश्न-प्रश्न डूबे हैं
उत्तर
प्रश्न
चिन्ह जीवन जो हो तो ऐसा चिन्ह मिटाए कौन ?
चिन्तन
के घट कुंठा रस मय, गीत जलाने लगे रहल ही
पथ
पे बिखरे बेर के कांटे , खुद से बाहर जाए कौन ?
मन ही मेरे मन का साथी, शीतल रश्मि समर्पण करता
मेरे
अंतस दीप उजागर , सूरज के गुन गाए कौन..?
जिज्ञासा
दब गई भूख में पोथी पूज न पाया बचपन
चीख
रहे हैं आज आंकड़े बूढ़ी आँख पढ़ाए ...?