अब और बर्दाश्त नहीं...? लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप - सितंबर 09, 2011 दिल्ली तुम्हारे दर्द का एहसास है हमें..!! तुम संग हम भी घायल हैं..!! हम- जो हैं स्टुपिट आम आदमीं.. और पढ़ें