आभास जोशी का पहला एलबम साईं नाथ को समर्पित है "बावरे-फकीरा" जिसका संगीत रचा है उससे बड़े भाई श्रेयस ने जो आजकल "मोंटी शर्मा जी" की शागिर्दी में भविष्य के लिए मुकाम की तलाश में हैं साथी-स्वर श्रीमती संदीपा के हैं गीत मेरे हैं ये न कह कर ये मानता हूँ गीत साईनाथ के हैं.आज आभास के पास १८ साल की उम्र में एक फ़िल्म "आज फ़िर जीने की तमन्ना है ",दो एलबम.ढेरों कार्यक्रम हैं...इसे बाबा का आशीर्वाद ही कहेंगे
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