आपदाग्रस्त उत्तराखंड में टी.एच.डी.सी. की मनमानी
जून की आपदा में पूरे उत्तराखंड में जगह - जगह गांव - घर - जमीनें धसकी है। किन्तु फिर भी अलकनंदा पर प्रस्तावित विष्णुगाड - पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना (400 मेवा ) की कार्यदायी संस्था टी . एच . डी . सी . विस्फोटो का प्रयोग कर रही है। विष्णुगाड - पीपलकोटी बांध के विद्युतगृह को जाने वाली सुरंग निर्माण के कारण हरसारी गांव के मकानों में दरारें पड़ी है , पानी के स्त्रोत सूखे है , फसल खराब हुई है। लोगो ने बांध का विरोध किया है। नतीजा यह है कि लगभग दस वर्षो बाद भी प्रभावितों की समस्याओं का निराकरण नही हुआ है। बांध का विरोध इसलिये बांध कंपनी द्वारा झूठे मुकद्दमों में फंसाने की कोशिशे जारी। हरसारी के प्रभावित समाज - सरकार के सामने एक दिन के उपवास पर बैठे है। ताकि बांध कंपनी की मनमानी और लोगो की पीड़ा सामने आये। एक आपदाग्रस्त राज्य में टी . एच . डी . सी . द्वारा नई आपदा लाने को स्वीकार नही किया जायेगा। गोपेश्वर में जिलाधीश कार्यालय के बाहर धरने पर शहरी विकास मंत्री एंव चमोली जिला आपदा प्रभारी श्री पीतम सिंह पंवार और श्री अनुसूया प्रसाद मैखुरी उपाध्यक्ष विधानसभा ने लोगो से मुलाकात की और