जिस घर आँगन विदुषी बिटिया वो घर ही धनवान
छवि: शालिनी अहिरवार “सबला-गीत” दृढ़ निश्चय करके हमने, किया आज ऐलान हर बिटिया को देना होगा, जीवन का हर ज्ञान ! जिस घर आँगन विदुषी बिटिया वो घर ही धनवान जिस घर की बेटी हो सबला वो घर ही बलवान !! :::::::::::::::::::: माँ सोई तो अभिमन्यु ने विजय द्वार न पाया जागी मात जसोदा ने, तिरलोक का दर्शन पाया ! अर्थ यही है बेटी को भी होने दो हर ज्ञान – तब सच में पाएगा भारत विश्व गुरु का मान ..!! :::::::::::::::::::: “निर्णय-क्षमता” के विकास का, देना है अधिकार स्वस्थ्य रहे सबल हो बेटी, पक्का हो आधार ! कल की माएं होंगी सक्षम, तबकरना अभिमान – नए दौर में नए क्षितिज का करना है निर्माण !! ::::::::::::::::::::