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हीरालाल गुप्त स्मृति समारोह् आज :पण्डित रवींद्र बाजपेई एवं आशीष शुक्ला सम्मानित होंगे

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स्वर्गीय हीरा लाल गुप्त मधुकर     हीरालाल गुप्त स्मृति समारोह्  में आज हिंदी एक्सप्रेस जबलपुर के पण्डित रवींद्र बाजपेई को स्व० हीरालाल गुप्त स्मृति अलंकरण  एवं आशीष शुक्ला  यश भारत को सव्यसाची प्रमिला देवी  स्मृति अलंकरण   से विभूषित किया जा रहा है. वर्ष 1997 से जारी  हीरालाल गुप्त स्मृति समारोह् प्रति वर्ष 24 दिसंबर को जबलपुर में आयोजित होता है.                                                                                                             मधुकर अलंकरण  श्री ललित बक्षी जी 1998, बाबूलाल बडकुल 1999, निर्मल नारद 2000, श्याम कटारे 2001, डाक्टर राज कुमार तिवारी "सुमित्र"2002, पं ० भगवती धर बाजपेयी 2003, मोहन "शशि" 2004 "पं०हरिकृष्ण त्रिपाठी एवं 2005,प्रो० हनुमान वर्मा को (संयुक्त रूप से सम्मानित)अजित वर्मा 2006,पं०दिनेश् पाठक 2007,सुशील तिवारी 2008, श्री गोकुल शर्मा दैनिक भास्कर जबलपुर 2009, श्री महेश मेहेदेल स्वतंत्र-मत,जबलपुर,  एवं श्री कृष्ण कुमार शुक्ल   2010 सव्यसाची  प्रमिला देवी बिल्लोरे                          हमारी इस पहल को म

लिमटि खरे,समीर लाल स्वर्गीय हीरा लाल गुप्त स्मृति समारोह “सव्यसाची प्रमिला देवी अलंकरण ” से विभूषित हुए

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बवाल की पोस्ट : सम्मान समारोह, जबलपुर ,और संदेशा पर संजू बाबा की पोस्ट  में विस्तार से जानकारी के अतिरिक्त आप को अवगत करा देना ज़रूरी है कि यह कार्यक्रम विगत 15 वर्षों से सतत जारी है . सम्मान देने की परम्परा  14 वर्षों से जारी है पूर्व के आलेखों में कतिपय स्थान पर 12 वर्ष मुद्रित हुआ था उसका मुझे व्यक्तिगत खेद है. जल्दबाजी में की गई गलती को सुधि पाठक क्षमा करेंगे.मामला केवल बुज़ुर्ग पीढ़ी के सम्मान का था. न तो हम पत्रकार हैं न ही आज की पत्रकारिता में शामिल किन्तु जब अखबारों में हम युवा साथियों को साहित्य की उपेक्षा एवं पत्रकारिता में हल्का सा पीलापन नज़र आने लगा तो बस हमारा जुनून हमारे सर चढ़ गया. कि चलो अब इस स्तम्भ की मदद की जाए और बताया जावे कि साहित्य से कितना करीब होते हैं अखबार जबलपुर में इसका स्वरुप क्या था. अब क्या होता नज़र आ रहा है ? बस इन सवालों का ज़वाब खोजने निकले चार हम युवा और  तय हुआ कि  स्व० गुप्त जी को याद करें हर साल और जाने उनकी पीढ़ी से ही इस बारे में.  जानें विस्तार से देखिये यहां " Girishbillore's Weblog " __________________________________ * श्री