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रविवार, मई 11, 2014

ब्लाग सेतु एग्रीगेटर शोध छात्र केवलराम की सफ़ल कोशिश









ब्लागसेतु एक ऐसा नया एग्रीगेटर है जो भारतीय भाषाओं के चिट्ठों के लिये अत्यंत उपयोगी साबित होना तय है . अब से पहले आप जो पार पांच बरस पूर्व से ब्लाग लिख रहे हैं जानते ही होंगे कि हिंदी ब्लागिंग को प्रोत्साहित करने में -
• चिट्ठाजगत.इन • ब्लॉगवाणी • दो सबसे मशहूर एग्रीगेटर थे  मह्त्वपूर्ण अवदान रहा है.  हिंदी के पाठकों तक ब्लाग्स यानी चिट्ठों को पहुंचाना एग्रीगेटर का कार्य होता है. किन्तु काफ़ी श्रमसाध्य एवम खर्चे का मामला होता है.ऐसा नहीं है कि इन दो ब्लाग एग्रीगेटर्स के पहले कुछ न था हिन्दी ब्लागिंग के लिये   नारद हिन्दीब्लॉग्स.ऑर्ग चिट्ठा विश्व • आदि एग्रीगेटर्स का योगदान रहा है जो पाटकों को हिंदी ब्लाग तक भेजने का का काम करते थे.  में "हिन्दी चिट्ठे एवम पाडकास्ट" मेल बाक्स में ताज़ा चिट्ठों की सूचना जारी कर रहा है. चिट्ठाजगत एवम ब्लागवाणी के विकल्प के रूप में दिल्ली के श्री कनिष्क कश्यप ने ब्लागप्रहरी की शुरुआत की .
  इनमे पूर्वोक्त वर्णित वेबसाईट्स के अलावा भी अक्षर ग्राम नेटवर्क के स्वयमसेवी लोगों ने पाठकों तक हिंदी ब्लागस भेजने की कोशिशें की हैथ ही साथ हिंदी में ब्लागिंग के लिये प्रोत्साहित किया 
                       इंडीब्लागर एक मशहूर एग्रीगेटर है जो इन सबसे हटकर ब्लागर्स मीट, ब्लाग का स्टेट्स , पुरस्कार आदि कि सुविधाएं प्रदान करता है. 


क्या है ये एग्रीगेटर और क्यों ज़रूरी हैं..?

  चिट्ठों को एकत्र कर तत्काल पाठको तक प्रकाशन की सूचना जारी करने वाली साइटट्स को एग्रीगेटर कहा जाता है. इन्हैं हिंदी में संकलक नाम दिया गया है.   जिनका कार्य है ब्लागस अर्थात चिट्ठों को आम पाठकों तक पहुंचाना . यद्यपि गूगल से बेहतर सर्च इंजन कौन सा होगा पर हिंदी ब्लागिंग के लिये आप  किसी भी शब्द ज़रिये किसी आलेख पर पहुंचना चाहते हैं तो आपको ढेरों रिज़ल्ट मिलेंगे जिनमें वो सब शामिल होगा जो वर्जित है. अत: एग्रीग्रेटर चुनिंदा  पंजीकृत ब्लाग पाठकों तक पहुंचाते हैं.  . 
     ब्लागसेतु 
                           
शोध छात्र केवल राम ने अपनी परियोजना ब्लाग-सेतु पर काम करने के पूर्व सटीक सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार की है, और वे पूरी तैयारी से इस काम के लिये मैदान में आए हैं.  उनके एग्रीगेटर पर अधिकतम पांच चिट्ठों के पंजीकरण की सुविधा होगी.  इस पर पाठको के पंजीकरण, वेबकास्टिंग, पाडकास्टिंग से जुड़े ब्लाग्स के लिये सुविधा मुहैया कराई जा रही है. एग्रीगेटर में पाठकों के लिये पृथक से इंतज़ाम होंगे .साथ ही विभिन्न स्टेटस काउंटर्स द्वारा वेबसाइट्स पर होने वाली गतिविधियों को लाइव दिखाया जावेगा. शोधछात्र केवलराम जी बताते हैं कि -" हम फ़ुलप्रूफ़ प्लानिंग के साथ इस परियोजना पर काम कर रहें हैं .. इससे जुड़ कर एग्रीगेटर को ब्लागर्स समृद्ध कर सकते हैं.दस दिन पूर्व से शुरु इस एग्रीगेटर  से ब्लॉग सेतु ब्लॉग एग्रीगेटर में 48 ब्लॉगर और 92 ब्लॉग पंजीकृत हैं और इन ब्लॉगों की कुल पोस्ट संख्या 13634  है
 आप भी जुढ़िये नियम एवम शर्तें ये रहीं ::: "नियम एवम शर्तें "
·          सबसे पहले चिट्ठाकार उस प्लेटफॉर्म का चयन करें जिस पर आप ब्लॉग लिखते हैं.
·          जिस ब्लॉग को आप जोड़ना चाहते हैं सबसे पहले http:// के साथ उस ब्लॉग का लिंक/यूआरएल यहाँ दर्ज करें, फिर शीर्षक लायें पर क्लिक करें. आपके ब्लॉग का शीर्षक और उसके निर्माण की तिथि से सम्बंधित जानकारी स्वतः ही चिट्ठाकार को प्राप्त हो जाएगी.
·          अब चिट्ठाकार को अपने ब्लॉग के प्रकार का चयन करना है. इसमें हमने दो श्रेणियां बनायीं है :
·          पहली श्रेणी के अंतर्गत व्यक्तिगत ब्लॉग को रखा गया है. एक ही द्वारा लिखे जाने वाले ब्लॉग को इस श्रेणी में दर्ज कर सकते हैं.
·          दूसरी श्रेणी के अंतर्गत सामूहिक ब्लॉग को रखा गया है. ऐसे ब्लॉग जिनका मोडरेटर कोई एक ब्लॉगर है, लेकिन इन ब्लॉगों में कई ब्लॉगर सदस्य हैं और वह इन ब्लॉगस पर अपनी पोस्टें डाल सकते हैं.
·          जिस ब्लॉग को आप ब्लॉग सेतु से जोड़ने जा रहे हैं उस ब्लॉग पर आपके द्वारा लिखी गयी पहली पोस्ट की तारीख दिए हुए स्थान पर भरें और फिर तारीख की जांच करें पर क्लिक करें.
·          जब  चिट्ठाकार के ब्लॉग की पहली तारीख सत्यापित हो जायेगी, तब ही चिट्ठाकार ब्लॉग को जमा करने का बटन दिखेगा. लेकिन इससे पहले  चिट्ठाकार  को अपने ब्लॉग की श्रेणी का भी चयन करना है, जो कि बहुत महत्वपूर्ण है.
·          अगला चरण आपकी ब्लॉग श्रेणियों का है. यह चिट्ठाकार के ब्लॉग के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण है. यहाँ  चिट्ठाकार  को थोडा समय देना है और बहुत ध्यान से अपने ब्लॉग को उस श्रेणी में जोड़ना है, जिस पर आप ज्यादा लिखते हैं. इसमें मुख्य श्रेणी के बाद उप श्रेणी का चुनाव करना है और अगर उस उप श्रेणी की कोई और उप श्रेणी होगी तो वह भी चिट्ठाकार  को दिख जायेगी. ब्लॉग की श्रेणी इस सूची में नहीं है तो आप हमें सूचित कर सकते हैं. हम उस श्रेणी को भी जोड़ने का प्रयास करेंगे. यह ध्यान रहे कि ब्लॉग सेतु के मुख्य पृष्ठ पर ब्लॉग पाठकों को आपके ब्लॉग की पोस्ट उप-श्रेणी में ही दिखाई देगी. जिससे उसे उस श्रेणी से सम्बंधित और ब्लॉगों तक पहुँचने में आसानी होगी.
·          ब्लॉगसेतु ब्लॉग एग्रीगेटर पर एक चिट्ठाकार अधिकतम पांच ब्लॉग जोड़ सकता है .
·          विशेष :- ब्लॉगसेतु में जोड़े गए हर ब्लॉग और उस पर आने वाली पोस्ट पर नजर रहेगी, अगर कोई ब्लॉग या पोस्ट ब्लॉगिंग के मानकों के अनुसार सही नहीं पाया जाता है तो उस ब्लॉग और पोस्ट से सम्बन्धित सभी प्रकार के निर्णय का अधिकार ब्लॉगसेतु टीम के पास सुरक्षित है.

हिंदी ब्लॉगिंग के बेहद उदीयमान हस्ताक्षर, न्यू मीडिया, तकनीक और साहित्य के बदलते स्वरूप और प्रभाव पर विशेष रूचि एवं अध्ययन, भारतीय साहित्य, संगीत और संस्कृति, धर्म और दर्शन से गहरा लगाव . विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं के लिए नियमित लेखन !
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फोन : 094592- 85964

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सोमवार, फ़रवरी 21, 2011

ब्लॉग प्रहरी : एग्रीगेटर के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ



             आपके सभी सवाल यहीं खत्म होते हैं. ब्लॉगप्रहरी वह व्यापक परिकल्पना है , जिसने अब तक के सभी अनुत्तरित सवालों को सुलझा दिया है. यह कोई अवतार नहीं है , यह कोई थोपा गया और प्रचारित-प्रसारित व् सुनियोजित पहल नहीं है. यह प्राकृतिक तरीके से विकास को अपनाते हुए आज रणक्षेत्र में खड़े उस योद्धा जैसा है , जिसके माथे पर कोई शिकन का भाव नहीं. क्योंकि इस विकास की पराकाष्ठा को इसके उत्पति के समय ही भांप लिया गया था.
आज ब्लॉगजगत उस लंबे इंतजार से बाहर आकार खड़ा है , जब उसे आवश्यकता थी एक साझा मंच की. जब एग्रीगेटर के भूमिका पर ही सवाल उठने लगे और तमाम बड़े एग्रीगेटरों  ने अपनी सेवाएं समाप्त कर लीं कारण जो भी हों.
               और शायद एग्रीगेटर अपनी सुविधाओं और दृष्टि को वह विस्तार नहीं दे पाए , जिसकी आवश्यकता समय ने पैदा कर दी थी. ऐसे में ब्लॉगप्रहरी पुनः सक्रिय हुआ और आज उसे देखा तो पाया कि उसने वह कर दिखाया , जिसके लिए वह चर्चा में आया था.
मिसफ़िट : एक एग्रीगेटर के तौर पर ब्लॉगप्रहरी क्या सुविधा दे  रहा है…?
ब्लाग प्रहरी : आपके ब्लॉग पोस्ट के लिंक का तुरंत प्रकाशन :ब्लॉग प्रहरी आपके ब्लॉग पोस्ट को ४ से ६० सेकंड के भीतर उठा ले जाता है. यह सामान्य तौर पर अत्यंत विश्वसनीय और सही समय है. अब तक के सभी एग्रीगेटर इससे कहीं ज्यादा समय लेते थे.
आपके ब्लॉग पोस्ट की टाइटल, लिंक तथा लघु रूप दिखाना:
सामान्य तौर पर यह सर्वाधिक वांक्षित सुविधा है , जिसकी  अपेक्षा प्रत्येक एग्रीगेटर से की जाती है. ब्लॉगप्रहरी पर यह सेवा भी उसी प्रारूप में उपलब्ध है, जिसके आप आदि है. 
पसंद-नापसन्द करने का विकल्प :
ब्लोग्प्रहरी पर यह सेवा भी उपलब्ध है. परन्तु इस सेवा के साथ एक विस्तार किया गया है. हमने देखा कि पसंद - नापसंद का दुरूपयोग किया गया था. इससे  प्रतिस्पर्धा को विकृत किया गया था.
सुधार : ब्लॉगप्रहरी पर किसने पसंद किया और किसने नापसंद किया , इसे भी देखा जा सकता है. अतः कोई भी बेवजह आपकी पोस्ट को नापसंद कर निचे नहीं धकेल सकता है
कितने पसंद और कितने नापसन्द है  :
आप इसे ब्लॉगप्रहरी के दाहिनी  तरफ  देख सकते हैं. वर्तमान में " सर्वाधिक नापसंद " नहीं दिखया जा रहा, वर्ना सबसे ज्यादा नापसंद पोस्ट को भी बिना वजह प्रसिद्धि मिलेगी.
एक दिन में सबसे ज्यादा पढ़े गए ब्लॉग पोस्ट  :
जैसा कि एग्रीगेटर्स से अपेक्षा की जाती है. यह सुविधा भी ब्लॉगप्रहरी पर उपलब्ध है.
सुधार : हमने देखा कि लोग अपने ही पोस्ट को कई दफा किल्क कर उसे सर्वाधिक पढ़े गए पोस्ट वाले हिस्से में पहुंचा देते थे. ब्लॉगप्रहरी आपके द्वारा क्लिक को रजिस्टर कर लेता है. आप किसी भी पोस्ट को अपने पहले क्लिक से ही , पढ़ी गयी संख्या में इजाफा कर सकते है. दूसरी बार क्लिक करने पर आप पोस्ट तो पढ़ पाएंगे परन्तु , पढ़े गए संख्या में इजाफा नहीं होगा.
एक दिन में सबसे ज्यादा पसंद प्राप्त ब्लॉग पोस्ट :
यह सुविधा भी ब्लोग्प्रहरी पर उपलब्ध है .
सुधार : आप यह भी देख सकते हैं कि अमुक पोस्ट को किसने पसंद का चटखा लगाया है . इससे कोई भी छद्म खेल को बढ़ावा नहीं मिलेगा . क्योंकि आपकी राय सार्वजनिक है.
आपके अभी ब्लॉग पोस्ट्स के लिंक का प्रोफाइल में संकलन
ब्लॉगप्रहरी पर आपके ब्लॉग से आयातित ब्लॉगपोस्ट्स की लिंक्स को उनके पठान और पसंद संख्या के साथ सुन्दर तरीके से सहेजा जाता है.
ब्लॉग पोस्ट्स का विषय -वार संकलन
हिंदी ब्लॉगजगत में लेखों का विषयवार संकलन तकनीक द्वारा संभव नहीं. एक ही  ब्लॉग पर कई विषय पर लेखन किया जाता है. अतः कोई भी वर्गीकरण कारगर और सही नहीं हो सकता, जब तक इसे मानव द्वारा नहीं किया जाए.
उपाय : ब्लॉगप्रहरी में कई  ग्रुप्स बनाये गए हैं. यह ग्रुप फेसबुक के ग्रुप निर्माण जैसा है. हर उपयोगकर्ता अपना ग्रुप बना सकता है. कुछ विशेष ग्रुप ब्लॉगप्रहरी द्वारा बनाये गए हैं. यह ग्रुप द्वार ही आप पोस्ट्स को विभिन्न विषय में दाखिल कर सकते हैं. हर सदस्य एक साथ कई ग्रुप में शामिल हो सकता है.
किसी भी एग्रीगेटर द्वारा यह मूलभूत सुविधाएं अपेक्षित हैं . ब्लॉगप्रहरी इससे कहीं ज्यादा है|
१. ट्वीट करने की सुविधा.
: ट्वीटर/ बज्ज  के बढते प्रभाव और प्रसिद्धि को देखते हुए यह आवश्यक समझा गया कि आज बहुत कुछ लिखने का समय सबसे पास नहीं और न ही गैर-ब्लॉगलेखक आपकी लंबी पोस्ट्स को पढ़ने का समय रखता. शायद इसी वजह से दो- टूक विचार वाले ट्विटर ने धूम मचा दी है. ब्लॉगप्रहरी ने इस आवश्यकता को समझते हुए ट्वीटर द्वारा प्रदत सभी प्रमुख सुविधाओं को आत्मसात किया.
ट्वीटर से अपने ट्वीट आयातित करने की सुविधा
आज  सभी ट्वीटर पर सक्रिय है. ऐसे में यह आवश्यक है कि एक ही जगह आपको ट्वीट पढ़ने और प्रत्युतर देने का साधन भी हो. ब्लॉगप्रहरी पर आप अपना ट्वीटर अकाउंट जोड़ कर ऐसा कर सकते हैं.
आप अपने ब्लॉग जोड़ने और हटाने में सक्षम होंगे
बार बार यह शिकायत रही कि अमुक एग्रीगेटर मेरा ब्लॉग नहीं दिखाता. अथवा बार बार आवेदन के बाद भी वह आपके ब्लॉग को शामिल नहीं कर रहा. कई बार आपको अपने ब्लॉग हटाने के लिए भी अनुरोध करना पड़ता है. यह सब झमेले से अलग ब्लोग्प्रहरी पर अपने खाते में आप अपना ब्लॉग स्वयम जोड़ या हटा सकते हैं.
इसके आलावा आप ब्लोगप्रहरी पर पाते हैं, निम्न सुविधाएं
१.       अपने प्रशंसक बनाना और दूसरे के प्रशंसक  बनना (इस सुविधा से आप अवांक्षित पोस्ट्स से मुक्ति पा सकेंगे )
२.      एक सार्वजनिक चर्चा का मंच ( फोरम , जिसमे आप ब्लॉग लेखन और तमाम तकनिकी जानकारियों को पा सकते हैं , और अपने सवाल भी पूछ सकते हैं. ब्लॉगप्रहरी टीम आपके द्वारा पूछे गए सवाल को २४ घंटे के भीतर उतर देगी )
३.      एक सार्वजनिक व् प्राइवेट चैट रूम ( आम बात-चित के लिए और विशेष प्रयोजन हेतु चर्चा के लिए एक चैट-रूम, जो टेक्स्ट और वीडियो दोनों मोड में संभव है )
४.     इवेंट मैनेजमेंट यानि विशेष आयोजनों की सूचना का मंच ( ब्लॉगप्रहरी पर आप किसी विशेष आयोजन जैसे ब्लॉग सम्मलेन और गोष्ठिओं कि सुचना को बेहतर ढंग से साझा कर पाते हैं. साथ ही आप स्थान , दिन और समय का उल्लेख करते हैं . पाठकों के समक्ष यह विकल्प होता है कि वह उस आयोजन में अपना नाम रजिस्टर करा सके. इससे आपके आयोजन बल मिलेगा तथा आप उसे सही तरीके से निभा पाएंगे .
५.     ग्रुप एल्बम और वीडियो लाइब्रेरी ( हम विभिन्न आयोजनों में शामिल होते हैं और कई बड़े ब्लॉग सम्मलेन अभी तक हो चुके हैं. कितना अच्छा होता अगर इनका संकलन एक जगह मौजूद होता. ब्लॉगप्रहरी ने इस आवश्यकता को भांप लिया और या सुविधा हमने प्रदान की है )
६.      सार्वजनिक ब्लॉग मंच ( कई पाठक ऐसे हैं, जो ब्लॉग बनाने की प्रक्रिया से परिचित नहीं हैं . ऐसे नए हिंदी नेटीजन के लिए एक ब्लॉग मंच का होना आवश्यक है. जहाँ वह अपने विचार व्यक्त कर सकें.
७.    ब्लॉगप्रहरी का सर्च सेवा : एक ही पन्ने पर बिना किसी परेशानी के टेक्स्ट, न्यूज, वीडियो और पी डी एफ फाइल को सर्च किया जा सकता है.
                                इसके अलावा अन्य ब्लॉगप्रहरी पर अनगिनत सुविधाएं मौजूद है. यह संपूर्ण परिकल्पना ३ महीने के गहन शोध के बाद लिखी गयी और उसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया गया.
ब्लॉगप्रहरी के इन तमाम शोध और स्वरूप निर्माण के पीछे कई लोगों ने योगदान दिया.
                                              सबसे पहले ६० से भी ज्यादा छात्रों ने अपना बहुमूल्य समय देकर इसके निर्माण में मदद की. अविनाश वाचस्पति, पद्म सिंह और गिरीश बिल्लोरे जी ने हर संभव मदद किया और अपना बहुमूल्य समय भी दिया. हालांकि इसके निर्माण और पूर्ण होने की आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं कि गयी है. परन्तु टीम द्वारा यह लगातार दोहराया जा रहा है कि हम उसे बेहतर बनाने के लिए अपना सुझाव सामने रखें. आप सभी से भी यहीं अपेक्षा है कि इस प्रहरी की और चलें और ब्लॉग जगत को पुनः सजीव और एकत्रित करने का प्रयास करें.


शुक्रवार, जून 18, 2010

पाबला जी की सराहना करें हम

हिन्दी ब्लाग एग्रीगेटर में एक और एग्रीगेटर को  पाकर सभी प्रसन्न हैं
आईये मैं आप हम-सब मिलकर इसका स्वागत करें इस प्रयास के लिये पाबला जी को एक बार फ़िर बधाईयां
चित्र साभार : कार्टून-टुडे

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