ऋषिकेश मुंजे एक महाशय हैं .."जाकिर नाइक"। ....टीवी के चैनल बदलते हुए ....एक उर्दू चैनल आता है peace tv ... उस पर तकरीर करते हुए ये अक्सर दिखाई दे जाते हैं। ...पहले जब ये दिख जाते थे तो एक जिज्ञासु प्रवृत्ति का होने की वजह से मैं इन्हें कुछ देर सुन भी लेता था । इनकी विद्वता एवं गजब की स्मरण शक्ति का मैं कायल था । श्रोताओं के किसी भी प्रश्न का उत्तर इतने तार्किक ढंग से.. तथ्यों के आधार पर देते हुए सुनता था तो लोगों के साथ साथ मैं भी हैरान हो जाता था। इन्हें "कुरान शरीफ" की इतनी अच्छी पकड़ है कि सुरा , आयत एवं पेज नंबर तक जुबानी याद है। यही नहीं..वेदों के अध्यायों , श्लोकों एवं मंत्रों को भी बड़ी सहजता से उद्ध्रित करते हैं । इस्लामिक विद्वान तो हैं ही साथ ही सनातन एवं ईसाई धर्मों पर भी अच्छी पकड़ है। अपने तर्कों के द्वारा ये हर हाल में इस्लाम को सभी धर्मों से श्रेष्ठ बताने में कोई कसर बाकी नहीं रखते हैं।...चलिए ये भी ठीक है...सभी धर्म प्रचारक अपने अपने धर्मों को अच्छा ही साबित करना चाहते हैं। परंतु..अभी कुछ ही दिनों पहले