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रस्तोगी जी की कई प्रेमिकाओं का नाम 'भावना' है

रस्तोगी जी की कई प्रेमिकाओं का  नाम 'भावना' है  यकीन नहीं है तो सुन लीजिये खुद ही इस पाडकास्ट में

हिन्दी - चिट्ठे एवं पॉडकास्ट एवं ब्लॉग वाणी से साभार :एक लाइन की चर्चा

अंकुर राय का गाना: सुनते रुकिए भाई अभी अमर सिंह को सुन लें अनिल-सोनम कपूर:चार भावमुद्राएं: ,-बासी .....में उबाल रंग भेद, काली रे काली रे...और ये काली कलूटी के नखरे बड़े...:_उठाने तो होंगे ही , शेयर बाजार को इंतजार ब्रेकआउट का=>"तोब्रेकिंग कर लीजिए " एनीमेशन के संसार में मानवीय संवेदनाएं=>"बस अब यहीं मिलेंगी " सांध्य गीत: सुबह सुबह..............? खाली हाथ आया है...खाली हाथ जाएगा:-तो क्या ऐ टी एम् साथ में ले जाए ्यों, साहित्यकारों की रजाई खींच रहे हो:-"और जब ये लोग कुरते खींच रहे थे तब आप चुप्पी थाम के बैठे थ....क्यों ? " लिव इन रिलेशनशिप.......चलो ब्याह का खर्चा बचा...... त्रेता के योद्धा नहीं लड़ सकते द्वापर की लड़ाई:-और कलयुग में आगे चेकिंग है.........टिकट नहीं है पतली गली से सटक लो सबका अपना-अपना तरीका है......:- काफी पुरानी बात है भैया ताज़ा समझ रहे हैं ? चार सौ बीस - यहीं न रिक जाना भृतहरि शतकः काम पर नियंत्रण करने वाले विरले ही वीर होते हैं :- वियाग्रा के युग की उलट बासी और अंत में क