आम का अचार तैयार करने का सही समय है ये ...
बाबूजी का निर्देशन जारी रहा प्रभू सलामत रखियो आम का अचार बनाने का ये सही वक्त है. बारिश के बाद नमी भरा वातावरण बाबूजी की पहल और बहुत से इंतज़ामात चाहिये ही चाहिये. आम काटना अब एक द्विराष्ट्रीय संबंधों जैसी समस्या हो चुकी है. अर्र न अब ये समस्या इत्ती बड्डी नहीं कि हम परेशान हों. सच तो जे है कि अब आम काटने वाले लोग आराम से बाज़ार में मौज़ूद हैं. बस हमको साफ़ सफ़ाई एवम शुद्धता का ख्याल रखना है. हां तो आम का अचार बनाने से पेश्तर ईश्वर और ईश्वर तुल्य पूर्वजों को हाज़िर नाज़िर मान कर ये पुनीत कार्य संपादित होना था. बहन जी आम की सफ़ाई करते फ़ोटो हैंचवाने को तत्पर जीजा श्री का अविश्मरणीय अवदान . सो हुआ. प्रभू के सामने कटी हुई कैरी का भोग लगाया गया ताक़ि निर्माण-कार्य में कोई अनावश्यक आपदा न आ जाए. उधर हमारे जीजाश्री जिनकी पृष्ट्भूमि ग्रामीण है ने मसाला तैयार करने में खुल के मदद की. हमारी बहन जी श्रीमति वंदना जोशी कटे हुए आमों की स्वच्छता तय कर रहीं तो सुआ पंखी साड़ी में हल्का सा पल्लू ढांक श्रीमति बिल्लोरे मसाले का भली प्रकार मिश्रण कर रही थीं. पल पल बा