बोलने की आजादी बनाम मलाला यूसुफजई
मलाला यूसुफजई गूगल फोटो मलाला यूसुफजई के मुतालिक पाकिस्तान में दिनों खासा हंगामा बरपा है। मलाला ने जो भी कहा निकाह को लेकर उसे एक अग्राह्य नैरेटिव के रूप में देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर तो गया गजब की आग सी लगी हुई है और यूट्यूब चैनल रेगुलर न्यूज़ चैनल आपको बाकायदा जिंदा रखे हुए हैं। ऐसा क्या कह दिया मलाला ने कि इतना बवाल मच गया? दरअसल मलाला ने वोग पत्रिका को इंटरव्यू में बताया कि-" पता नहीं लोग निकाह क्यों करते हैं एक बेहतर पार्टनरशिप के लिए निकाह नामें पर सिग्नेचर का मीनिंग क्या होता है..? दरअसल भारत में लिव इन रिलेशन में जाने वाली महिलाओं को बकायदा अधिकार से सुरक्षित किया गया है। बहुत सारे काम मिलार्ड लोग सरल कर देते हैं या यह कहें कि भारत में न्याय व्यवस्था बहुत हम्बल है। लिहाजा हमारे देश में सैद्धांतिक रूप से तो समाज ने इसे अस्वीकृत किया है परंतु आपको स्मरण होगा कि सनातन से बड़ा लिबरल मान्यताओं वाला धर्म और कोई नहीं है। गंधर्व विवाह को यहां मान्यता है भले ही उसका श्रेणी करण सामान्य विवाह संस्था से कमतर क्यों ना माना गया हो। 23 साल की मलाला यूसुफजई न