यूक्रेन-मूल की किशोरी कैरोलिना प्रोटेरिस्को इन दिनों दुनिया भर के
संगीत प्रेमियों के दिलो-दिमाग में छाई हुई है। कैरोलिना प्रोटेरिस्को का जन्म 3
अक्टूबर 2008 को यूक्रेन में एक संगीत-प्रेमी
परिवार में हुआ था।। माता-पिता भी
गिटार और पियानो में पारंगत है।
यह मेलोडीयस
परिवार 2015 में संयुक्त राज्य अमेरिका चला गया जब करोलिना 6 साल की थी।
उसने उसी वर्ष वायलिन पाठ शुरू किया और शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया।
2017 की गर्मियों के दिनों में करोलिना ने सेंटा मोनिका, ( सी.ए.) में , आम लोगों के
लिए स्ट्रीट-आर्टिस्ट के रूप में
सार्वजनिक रूप से यलिन वादन प्रारम्भ किया था । उसकी हरेक प्रस्तुति पर संगीत-
प्रेमी दर्शक मन्त्रमुग्ध भी हो जाते हैं. संगीत प्रस्तुतियों के देख बच्चे भी
थिरकने को मज़बूर हो जाते हैं.
केरोलिना प्रोटेरिस्को 3 यूट्यूब
चैनल हैं और वह फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी है। 4 साल से भी कम समय में 50 से अधिक देशों
में उनके प्रशंसकों की संख्या 11 मिलियन से अधिक हो गई है। यूट्यूब और अन्य मीडिया साइटों की चर्चा की जावे
तो उनके वीडियोस को 1 बिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है.
वे एलेन शो में अपना हुनर दिखा चुकीं है.
कैरोलिना की एक अन्य विशेषता से आपका परिचय ज़रूरी है, कि कैरोलिना विश्व के हर भाषाई गीतों की
धुन प्रस्तुत करतीं हैं. हिन्दी फ़िल्मी गीतों की धुनें भी प्रस्तुत करतीं हैं कैरोलिना .
आपको उनकी उपलब्धियाँ छोटी तब नजर आएंगी जब आपको पता चलेगा कि,
यह किशोरी
यूएसए में कैंसर रोगियों के लिए धन-राशि एकत्र करने के लिए चैरिटी
कार्यक्रम करतीं हैं.
वे इस कैंसर से मुक्ति देने वाले अभियान
कि अभियान की अमेरिकी ब्रांड-एम्बेसडर हैं. करोड़ों दर्शकों के मन को मोह लेने वाली
कैरोलिना आने वाले दौर में माइकल-जैक्सन एवं जस्टिन वीवर को बहुत पीछे छोड़ देंगीं यह मेरा मानना है.
कैरोलिना, सुजुकी वायलिन पुस्तक सीरीज़ से वायलिन की बारीकियाँ सीखतीं हैं तथा
करोलिना अपनी मां के साथ पॉप गाने सीखतीं है जबकि वायलिन शिक्षक मिस्टर फिशर के साथ शास्त्रीय
संगीत का अभ्यास करती हैं।
कैरोलिना मानतीं है कि- “ शुरू
में उनको वायलिन बजाना बहुत आसान लगा,
लेकिन अंततः उसे
टुकड़ियाँ बजाना मुश्किल लगा,
लेकिन वायलिन के प्रति
अपने प्रेम के कारण, वे खुद को
सफल मानतीं हैं.”
कैरोलिना कहतीं हैं कि- “वह हर दिन तीन घंटे तक अपने वायलिन पर पॉप गाने अन्य भाषाई गीतों
का अभ्यास के साथ- साथ शास्त्रीय संगीत बजाने का अभ्यास करना बिलकुल नहीं भूलतीं
।करोलिना को लिंडसे स्टर्लिंग का से खासी प्रभावित एवं प्रेरित हैं.
ये उपलब्धियाँ बौनी तब नजर आएंगी जब आपको पता चलेगा कि- यूएसए में कैंसर
रोगियों के लिए धन-राशि एकत्र करने के लिए चैरिटी कार्यक्रम किये. वे इस अभियान की
अमेरिकी ब्रांड-एम्बेसडर हैं. करोड़ों दर्शकों के मन को मोह लेने वाली कैरोलिना आने
वाले दौर में माइकल-जैक्सन एवं जस्टिन वीवर को बहुत पीछे छोड़ देंगीं यह मेरा मानना है.
सुजुकी
वायलिन पुस्तक से वायलिन की बारीकीयाँ सीखने वाली करोलिना अपनी मां के साथ पॉप
गाने और अपने वायलिन शिक्षक मिस्टर फिशर के साथ शास्त्रीय संगीत का अभ्यास करती
हैं।कैरोलिना मानतीं है कि- “ शुरू में उनको वायलिन बजाना बहुत आसान लगा, लेकिन
अंततः उसे टुकड़ियाँ बजाना मुश्किल लगा,
लेकिन वायलिन के प्रति
अपने प्रेम के कारण, वह सफल है.” कैरोलिना कहतीं हैं कि वह हर
दिन तीन घंटे तक अपने वायलिन पर पॉप गाने अन्य भाषाई गीतों का अभ्यास और शास्त्रीय संगीत बजाने का अभ्यास करना कतई
नहीं भूलतीं ।करोलिना को लिंडसे स्टर्लिंग का से खासी प्रभावित एवं प्रेरित हैं.