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मंगलवार, दिसंबर 01, 2020

कोविड19 टीकाकरण के लिए 13.77 लाख से बड़ी आर्मी तैयार है !

 

हमारी सीमाओं की रक्षा करने  14 लाख से अधिक  वीर सैनिक तैनात हैं इसी तरह  भारत के सभी गांव शहर में 13 लाख 77 हज़ार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उतनी ही हेल्पर्स एवं आशा वर्कर ऊषा वर्कर हजारों प्रोजेक्ट ऑफीसर सुपरवाइजर एएनएम भारत में कोविड-19 के लिए तैयार  और निकट भविष्य में प्राप्त होने वाले टीके आसानी से मात्र 3 से 6 माह के भीतर लगा सकने में सक्षम है। 


 1975 से प्रारंभ  icds कार्यक्रम का इतना लाभ होने का है जिसकी विश्व में परिकल्पना ही ना की होगी यह मेरा दावा है । 
बात उन दिनों की है जब हम लिटरेसी को लेकर बहुत परेशान थे गांव में साक्षरता की दर को देखकर दुख होता था 2007 आते आते हमने जब गांवों का सैंपल सर्वे किया तो पाया 2004 से 2007 तक जिस तेजी से वृद्धि हुई उसकी वजह आंगनवाड़ी केंद्रों के साथ शिक्षा विभाग का कन्वर्जेंस तेजी से बड़ा यह एक उदाहरण मात्र है यह समझने के लिए कि अगर आंगनवाड़ी केंद्रों का इंवॉल्वमेंट किसी भी मुहिम के लिए किया जाता है तो उसकी सफलता की गारंटी कोई भी ले सकता है। 1996 में जब मैं इस सेवा का हिस्सा बना तब कुपोषण गैर बराबरी अशिक्षा कुरीतियां सोशल इंटेक्स को काफी नेगेटिवली रिफ्लेक्ट  कर रहे थे। इसकी  जड़ में  अशिक्षा बड़ा योगदान था । और देखते देखते  मंजर तेजी से बदल गया। 
   राज्य सरकारों ने इस सेवा की उपयोगिता को देखते हुए बहुत तेजी से सेवा के विस्तार को अपनाया उपहार के रूप में पाया कुपोषण के मामलों में कमी इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी की संख्या में इजाफा टोटल सैनिटेशन प्रोग्राम्स के कारण सकारात्मक वातावरण  बनाने के मामलों में बढ़ोतरी । 
मुझे अच्छी तरह याद है मेरे  सिलेक्शन  मेरी सिलेक्शन में यह पूछा था - "आप और कहीं जॉब कर सकते थे आपने आईसीडीएस को क्यों चुना 
" मैंने अपनी क्रैचस दिखाते हुए कहा कि -"1963 में  पोलियो का टीका होता तो शायद मैं इन्हें यूज नहीं कर रहा होता ।
 समझ लीजिए कि दक्षिण एशिया के चीन को छोड़कर समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भारत जैसी व्यवस्था कहीं भी नजर नहीं आ सकती यहां तक कि यूरोप के अफ्रीका के देशों में भी ऐसी शासकीय तौर पर बनाई गई व्यवस्था के बारे में कोई सोच भी ना रहा होगा और इसका फायदा हम उठा सकेंगे यह तय है कोविड-19 का वैक्सीन तो आने दीजिए ।
इन सबके साथ साथ अगर ओपिनियन लीडर पॉलीटिकल लीडर सोशल वर्कर सोशल मीडिया इस कार्यक्रम में साथ देंगे तो भारत में कोविड-19 का वैक्सीनेशन विश्व के लिए सबसे कम समय में सबसे अधिक उपलब्धियों वाले आईकॉनिक अभियान के रूप में नजर आएगा। मुझे ऐसा लगता है कि अगर आप पूरे देश को 25 दिनों में टीकाकरण करना चाहे तो भी हम अपना टारगेट आसानी से हासिल कर लेंगे। यह मेरा 30 साल की सार्वजनिक जिंदगी का अनुभव कहता है।

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