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शुक्रवार, मई 12, 2023

एक सच्चा इंसान : तारेक फतेह

एक सच्चा इंसान : तारेक फतेह
जन्म 20 नवम्बर 1949
कराची, सिंध, पाकिस्तान
मृत्यु 24 अप्रैल 2023 (उम्र 73)
राष्ट्रीयता: कनाडाई
जातीयता: पंजाबी
व्यवसाय- राजनैतिक कार्यकर्ता, लेखक, प्रसारक
तारिक फतेह जी से मेरी ट्विटर पर ही संक्षिप्त बातचीत कुछ ही दिनों पहले शुरू हुई थी अक्सर ट्विटर स्पेस पर उनका मिलना अच्छा लगता था। इतना तो स्पष्ट व्यक्ति कभी भी पाकिस्तान जैसे मुल्क में रह ही नहीं सकता।
वे धर्म के प्रति बेहद तत्व ज्ञानी की तरह थे। और विशेष रुप से पाकिस्तान की जनता के जीवन स्तर उठाने के लिए सतत कोशिशें करते रहे किंतु पाकिस्तान की प्रोआर्मी राज्य प्रबंधन ने उनको ही उठाने के लिए बंदोबस्त कर दिए।
मैं उन पर इसलिए आकर्षित नहीं था कि वे किसी धर्म विशेष के संदर्भ में बात करते हैं बल्कि इस कारण आकर्षित था, क्योंकि  कि वे चाहते थे सांस्कृतिक निरंतरता जब एक सी है तो हमें साथ साथ चलने में क्या आपत्ति है ? 
     सनातनी व्यवस्था के प्रति बेहद सकारात्मक रूप से संवेदनशील थे । 13 अप्रैल से 29 अप्रैल 2023 तक मैं स्वयं परेल मुंबई स्थित ग्लोबल  अस्पताल में आईसीयू में भर्ती था दुनिया में क्या चल रहा है इसकी जानकारी न मिल सकी। बेहद दुख हुआ यह जानकर....
    अनवरत श्रद्धांजलि ओम शांति शांति

मंगलवार, जुलाई 14, 2015

चंद शेर : गिरीश"मुकुल"


बदला ? कोई सवाल   नहीं  क्या लेके करूंगा
दिल जीतने निकला हूँ, दिल जीत ही लूंगा ..!!
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मेरे तुम्हारे बीच में क्या रफ़्तार का नाता ?
तुम तेज़ी से आ रहे हो मैं पर्वत सा खडा हूँ
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आओ कहीं मिल बैठ के बचपन को पुकारें
आएगा क्या हम जैसा ही छिप जाएगा कहीं
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मेरी ख़ाक बिखेर देना  हरियाली ही मिलेगी  
फसले - बहार हूँ, कोई  सेहरा नहीं हूँ मैं  !!
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दामन पे मेरे दाग ! ज़रा बच के निकलना
षडयंत्र तुम्हें तुम्हारे  कहीं याद न आएं  ?

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आँखों में मेरी  झौंक गया किरकिरी सी रेत
फिर आके पूछता है ज़रा रास्ता बताइये ?

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आँखों की किरकिरी हूँ वज़ह कोई तो होगी 
जा गुलबकावली का अर्क खोज के ले आ !

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