वर्ल्डविज़न का भारत की छवि को गिराने वाला आपत्तिजनक ई संदेश
आज एक मेल देखा. वर्ल्ड विज़न www.worldvision.in मेल का स्नेपशाट देखिये लाल रंग से रेखांकित लाइन के पढ़ते ही लगा जैसे कि देश में भयावह स्थिति आ गई जो वर्ल्ड विज़न के अलावा अन्य किसी के विज़न में नहीं हैं. एक स्थापित एन जी ओ के रूप में यह संस्थान प्रभावी कार्य भले कर रहा हो पर बच्चों के भूखे रहने के नाम पर स्पांसर शिप मांगना किस हद तक सही है. मेरी तरह की मेललिस्ट में कई देशी-विदेशी लोगों के पते होंगे जहां ये मेल पहुंच रहे होंगे. और लोग भारत में भूख की स्थिति पाए जाने की बात से सहमत हो गए होंगे तथा प्रेरित होकर स्पांसर-शिप के लिये तत्पर भी होंगे । मेरा खुला आग्रह है कि वर्ल्ड विज़न www.worldvision.in इस तरह के विज्ञापन तुरंत बंद कर सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करे। इस संस्था ने कहीं भी अपना मेल पता वेब पर अंकित नहीं किया है. जो एक आपत्ति-जनक बिंदु है. _______________________________ प्रति वर्ल्ड विज़न टीम World Vision India No. 16, VOC Main Road, Kodambakkam, Chennai - 600 024. हार्दिक-शुभकामनाएं आपका ई संदेश मिला . आपके बाल कल्याण के लिये क