ये हैं श्रीमान महफूज़ अली उम्र बहुत कमसिन
इन की तलाश में
गायब हैं ब्लागिंग नहीं कर रहे हैं कई दिनों से इनका फोन भी नहीं लग रहा है खोजी उड़न-तश्तरी तक ने
हाथ खड़े कर दिए
तब ब्रिगेड का एक जत्था रवाना किया गया है
जल मार्ग से
जॉर्ज सोरोस (जॉर्ज सोरस पर आरोप है कि वह भारत में धार्मिक वैमनस्यता फैलाने में सबसे आगे है इसके लिए उसने कुछ फंड...
19 टिप्पणियां:
आप सब यात्रा मंगलमय हो...और अपने अभियान मे आप सफल हो!!
कहाँ ढुंढ रहे हो महफ़ुज मियाँ को,
वे कल यहाँ घुमते देखे गये है।
आप भी मिल आओ
आजकल भाई उदास है और व्यस्त भी ।
लेकिन जायेंगे कहाँ , आ जायेंगे।
वाह भाई हमें भी ले चलो अपने साथ यात्रा पर।
all the best :)
अरे आप कहाँ खोज रहे हैं . महफूज जी से मेरी मोबाइल पर बात हुई थी . ११ मार्च के बाद राजीव रंजन जी के साथ जबलपुर आने का प्रोग्राम बता रहे थे .... इंतज़ार कीजिये ...
जहाँ कही भी है कि वे महफूज रहें.
खोजी दल को शुभकामनाएँ
बहुत बढ़िया!
जब तक महफूज भाई आयें
तब तक हमारा ही इण्टरव्यू ले लीजिए!
लगता है किसी महफूज जगह चले गए हैं।
moko kahan dhoondhe re bande main to tere paas...
mahfooz miyan mahfoozni ko dhoondhne gaye honge..
aa jaayenge..fikir not..
ha ha ha ha...
अगर सुबह तक ना मिले, तो ....... फ़िर इंतजार करे... ोर कर भी क्या सकते है???
मिलते ही खबर करिये...अब चिन्ता हो रही है.
एन डी टीवी इमेजिन स्वयंवर तीसरा प्रारम्भ करने की सोच रही है। मुझे लगता है कि महफूज मियां वहीं गए होंगे। आप जरा मालूम करें।
ji
sameer bhai batata hoo
dr. gupta sahee salah hai
Ye bhi Had hi hai..
ब्रेकिंग न्यूज़
ज्ञात हुआ है कि सारी कवायदों के असफल हो जाने के फलस्वरूप
बवाल ने जंतु विशेषज्ञों की सलाह पर बोनी नाम के सेलीब्रिटी डाग को
तलाश हेतु तैनात किया जिसने समूचे शहर को सूंघ कर तीन बार भौं- भौं की
डाग-विशेषज्ञ का कहना है कि महफूज़ अली की गंध जबलपुर में है और वे संभवत:
यहीं है जिसकी आधिकारिक पुष्टि होना शेष है
कल तलक पुष्टि हो जाएगी, मुकुल जी। इनको ज़प्त करने के लिए बवालो नामक बिना हुड की, एक फ़ोर बाय फ़ोर, बहुत तेज़ चलने वाली जीप तैनात की जा चुकी है। सपड़ा-सपड़ी होते ही ख़बर कर दी जाएगी, ओवर एण्ड आउट।
अभी अभी ख़बर मिली है कि महफ़ूज़ मियाँ को कल रात जबलपुर के सदर स्थित कॉफ़ी हाऊस में शी टॉयलेट के सामने, अपने बालों पर इस तरह पानी फ़ेरते देखा गया कि वो जैल का आभास दें। इसके पीछे क्या साज़िश है ये कहा नहीं जा सकता। खै़र। अभी इतना ही।
मुझे भी कई दिनों से फोन नहीं आया, क्या सच में लापता होगे। अभी ढूँढ निकालता हूँ। भाई साहिब
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