29 मार्च कवि भवानी प्रसाद मिश्र का जन्मदिन है। प्रस्तुत हैं उनकी तीन कविताएं।
अबके
मुझे पंछी बनाना अबके
या मछली
या कली
और बनाना ही हो आदमी
तो किसी ऐसे ग्रह पर
जहां यहां से बेहतर आदमी हो
आगे कविताएं पढ़ने यहां चटका लगाएं "राजेश उत्साही के ब्लाग गुल्लक "
4 टिप्पणियां:
बहुत बढ़िया प्रस्तुति!
घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच ।
लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
abhi jaate hain..
अद्भुत कवितायें शेयर करने हेतु सादर आभार।
भवानी प्रसाद मिश्र जी को सादर नमन।
बहुत बढ़िया
प्रसाद जी को सादर नमन।....रामनवमी की शुभ कामनाएं !!!
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