6.8.11

रमज़ान और सावन

तुम एक दिन उपवास करो
मैं भी  एक दिन रोज़ा रखूं..!!
न तुमसे अल्लाह को
न मुझसे भगवान को
कोई एतराज़ होगा..
रमज़ान के मानी पाक़ीज़गी में
रम जाना
सावन के महीने वाला रमज़ान
रमज़ान के साथ वाला सावन
एक चारों ओर पाकी़ज़गी का एहसास
तुम्हारे रोज़े कुबूल होंगे
मेरे उपवास
आओ बैठे इबादत और पूजा के लिये 
तनिक पास पास ..!!


2 टिप्‍पणियां:

सदा ने कहा…

वाह ...बहुत खूब कहा है आपने इन पंक्तियों में ।

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

शुक्रिया जी

Wow.....New

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