ग्रहणी एवम ब्लागर श्रीमति वंदना गुप्ता से बातचीत आपकी सेवा में पेश हैं
जिनके ब्लाग्स हैं
ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र, ज़ख्म…जो फूलों ने दिये, एक प्रयास
जिनके ब्लाग्स हैं
What is the difference The between Dharm & Religion ? English language has its own compulsions.. This language has a lot of difficu...
16 टिप्पणियां:
सार्थक बातचीत रही आपकी और श्रीमती वन्दना गुप्ता जी की!
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति आज के तेताला का आकर्षण बनी है
तेताला पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
अवगत कराइयेगा ।
http://tetalaa.blogspot.com/
गिरीश जी
मुझे एक बार फिर स्थान देने के लिये आपकी हार्दिक आभारी हूँ । दोस्ती दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ऐसा लगा जैसे दोस्ती दिवस का आपने मुझे तोहफ़ा दे दिया ………शुक्रगुज़ार हूँ।
शुक्रिया
बहुत सार्थक बात चीत ...अच्छी प्रस्तुति
achcha laga Vandana ji ki awaaz sun kar… :-) interesting conversation, Girish ji!
बहुत अच्छी लगी यह बातचीत!
बहुत अच्छी लगी यह बातचीत!
बहुत अच्छी लगी आपकी यह बातचीत .. आप दोनो का बहुत बहुत आभार !!
शानदार बातचीत...
bahut shaandaar aur saarthak baatcheet.badhaai aapko vandanaaji.
"ब्लोगर्स मीट वीकली {३}" के मंच पर सभी ब्लोगर्स को जोड़ने के लिए एक प्रयास किया गया है /आप वहां आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/हमारी कामना है कि आप हिंदी की सेवा यूं ही करते रहें। सोमवार ०८/०८/११ को
ब्लॉगर्स मीट वीकली में आप सादर आमंत्रित हैं।
आपकी यात्रा रोचक लगी।
accha laga vandana mam :) khubsurat varta....
वंदना रोचक और दिलचस्प दो टूक बातचीत आपके साहितियिक सफ़र की बधाई . ..कृपया यहाँ भी आयें - http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2011/08/blog-post_09.html
Tuesday, August 9, 2011
माहवारी से सम्बंधित आम समस्याएं और समाधान ...(.कृपया यहाँ भी पधारें -)
aapki baatcheet suni bahut achcha laga.
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