जी सच है दिल्ली से प्राप्त जानकारी के अनुसार समीर लाल जी के साथ जिनको देखा गया था दो नहीं पूरी छै: थीं छै: वे सभी कौन हैं उनका परिचय क्या है ? अपने मिसफ़िट पर कल किये वादे के मुताबिक आपको बताना ज़रूरी था सो बता देता हूं सूची परिचय सहित पेश-ए-नज़र है:-
- धैर्या = यह कन्या समीर लाल उर्फ़ उड़नतश्तरी के साथ बरसों से रह रही है इनके गहरे अंतर्संबंध हैं. समीर का जीवन-दर्शन भी इसी से सुस्पष्ट होता है जो इनको जानतें हैं. समीर की रगों में बसती है धैर्या जिसे पुरुष वादी लोग धीरज कहते हैं .
- कामना:- पंद्रह-सोलह के थे तबसे इनके उर जा बसी खूब झेला दुनियादारी का रंग फ़िर भी सबके लिये कामना के हाथों "मंगल" ही बांटते रहे
- क्षमा:- इस ने तो इनको बहुत बेकाम का इन्सान साबित करा दिया कई बार तो मैने भी कहा आप इग्नोर कर देते हो आप भी पलटवारी बनो भाई, हंस देते हैं कहते हैं ये क्षमा है न पलटवार करने से मना करती है
- स्नेहा:- यह युवती समीर को ब्लागिंग के समय मदद करती है. जाने-अनजाने. ब्लागर्स के हर पोस्ट पर स्नेह बिखेर आती है.
- श्वेता:- समीर के के व्यक्तित्व से स्वच्छ श्वेत व्यक्तित्व का आभास देने में सहायक यह इनकी सबसे प्रिय है
- गंभीरा:- सारी दुनिया के सारी खलबलियां एक साथ भी आभासित हों समीर का गम्भीरपना न जा पाये है
नोट:- इन बालाओं के सेल फ़ोन से लिये फ़ोटो आप मुझे मेल कीजिये ताकि़ पोस्ट के साथ लगा सकूं. सादर शुभ कामनाओं सहित आपका ही-गिरीश बिल्लोरे "मुकुल"
तुरंत रपट :- यूरेका पर
(श्रीयुत एम. वर्मा साहब के सबसे तेज़ ब्लाग"यूयेका से " साभार )
कुछ और ताज़ा तस्वीरें अजय भैया के पास है "यहां"
अविनाश वाचस्पति की पोस्ट की प्रतीक्षा सब कर रहे हैं
तुरंत रपट :- यूरेका पर
(श्रीयुत एम. वर्मा साहब के सबसे तेज़ ब्लाग"यूयेका से " साभार )
कुछ और ताज़ा तस्वीरें अजय भैया के पास है "यहां"
अविनाश वाचस्पति की पोस्ट की प्रतीक्षा सब कर रहे हैं
33 टिप्पणियां:
Bahut Khoob...
मज़ा आ गया पड़ कर ... वो कहते है मज़ा नहीं आये तो पैसे वापिस ...पर आप ना तो पैसे मांग रहे पर दे रहे हो उम्मीद से दोगुना;... क्या बात है ?
दिवाली का उपहार !!
आप सुधि जनों का दास हूं
वाह क्या बात है गिरीश भाई आपने समीर भाई के गुणो का बखान अनोखे ढँग से किया बहुत अच्छा लगा।
:) गज़ब प्रस्तुति.....
सुनीता जी
जबलपुर का लम्ब्रेटा नामक फ़टफ़टी पर मिलने वाला व्यक्तित्व हमारा हीरा है हीरा उसकी तारीफ़ कम ही की है
:) गज़ब की प्रस्तुति.....
आभार दर्शन भैया
sabhi khoobsurat hain !
bhai बिल्लौरे जी ! क्या सनसनीखेज़ गुणों का बखान किया है आपने समीर जी का / मज़ा आ गया
बहुत सुंदर और कलात्मक प्रस्तुति।
बहुत जबरजस्त रही :)
दुआएँ भी दर्द देती है
आपने किया उड़न तश्तरी का अनोखा स्वागत,
हम भी करते हैं अभिनन्दन हे अभ्यागत !
मैं वहां उपस्थित न था मानसिक उपस्थिति के लिये बेहतर विकल्प क्या होगा सोचकर कल रात से आज तक इसी गुंताड़े में था.... कि कैसे प्रिय जन का स्वागत करूं. मां शारदा की कृपा का असर आप सबका स्नेह इसकी बुनियाद में है
आभार तो आपका सबका है जी
नत-मस्तक हूं
बहुत खूब दादा ......सारी अन्दर की बाते बाहर कर दी आपने !
वाह,बहुत खूब रही...स्वागत हो तो ऐसा...
क्या खूब कही...
बहुत सुन्दर |
लगता है आपकी कल्पना ने यह सब बताया ...
Kya bat hai
lekhani ka ek alag namuna sunder laga padh kar.
क्या लपेटा है समीर लाला जी को । पर आपके स्पष्टीकरण ने सारी पोल खोल दी ।
चलिए यह तो सिद्ध हुआ कि नारी का दूसरा नाम गुण हैं। बधाई समीरजी आपके गुणों को जानकर।
नारी कय परिभाषा आखर
ना बोलय न बोओ झाखर
री बोलय आवेश न राखो
नारी गुन कय खान
बहुत खूब.. ये सारी तरुणियां अगर किसी एक के साथ हैं, तो वे समीरलाल जी ही हैं..
हैपी ब्लॉगिंग
जी आशीष जी ये छोटे छोटे हाथों वाला आदमी बड़ा इसी लिये है . मुझे तो वो लम्ब्रेटा नाम की फ़टफ़टी वाला ही नज़र आता है शहर-जबलपुर की शान ... दोस्ती की मशहूर दुकान
खूब याद आया सदर तब चिकने चुपड़े बाईकर्स बाय’स के तफ़रीह का अड्डा न था तब बड़े बाप की औलादें बिगडैल न होतीं थीं
बहुत अच्छी पोस्ट ..गिरीश जी ,
हर पत्नि चाहेगी की यह सब बालाएं उनके पति के साथ भी हों :):)
कितने बदमाश हो गिरीश भैया। हाँ नहीं तो। हा हा। बहुत मजा आ गया।
Mr. Jhapata
Sahee kaha
This is just for joy
बहुत सुन्दर है!
--
बाल दिवस की शुभकामनाएँ!
बहुत ही बढ़िया पोस्ट
देर से ही सही , शानदार पोस्ट पढ़ने को तो मिली …
आभार !
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