22.10.10

बात निकलेगी तो---देवेन्द्र की आवाज में

 सुनिए एक नज़्म---(आभार शरद जी का सुधार करवाने के लिए....मगर संगीत कहाँ से लाउं???)

8 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत बढि़या!
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आनन्द आ गया!

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

अति आनंदित करने वाली पोस्ट

रानीविशाल ने कहा…

Very Nice

शरद कोकास ने कहा…

इसॅक़ॆ साथ संगीत होता तो और मज़ा आता - और यह गज़ल नही है भाई इसे नज़्म कहते हैं ।

Archana Chaoji ने कहा…

शुक्रिया शरद जी,अब सुधार कर लिख दिया है...

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

वाह बहुत अच्छी प्रस्तुति.....

निर्मला कपिला ने कहा…

बहुत बढिया, देवेन्द्र जी को बधाई।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

बहुत खूब ... अच्छी आवाज़ देवेन्द्र जी ...

Wow.....New

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