4.1.10

"अखंड टिप्पणी-वता/वती भवेत !!"

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आप सभी का मिसफिट पर हार्दिक स्वागत हैइस ब्लॉग पर आते ही आपकी समस्त टिप्पणी से सम्बंधित कामनाएं बाबा टिपोर नाथ के आशीर्वाद से पूर्ण हो जायेंगी. आप सभी का हार्दिक स्वागत है जो टिप्पणियां देने आए जो आ रहें हैं तुरंत आ जाएँ कसम से बाबा टिपोर चाँद का आशीर्वाद से आपका ब्लॉग भी भरी-पूरी सुहागिन सा दमकता चमकता दिखेगा


इस पोस्ट का अर्थ कुल मिला कर हँसना और हँसाना मात्र है
जो इसे दिल पे लेगा उससे बाबा नाराज़ हो जावेंगें
हां...हा....हा....हा...?
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फोटो साभार : लेखनी से
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3 टिप्‍पणियां:

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

लो जी सबसे पहले आगये टिप्पणी करने. अब निकालो आशीर्वाद का टोकरा.

जय बाबा टिपोरनाथ.

रामराम.

Udan Tashtari ने कहा…

बाबा टिपोरनाथ की जय!!


’सकारात्मक सोच के साथ हिन्दी एवं हिन्दी चिट्ठाकारी के प्रचार एवं प्रसार में योगदान दें.’

-त्रुटियों की तरफ ध्यान दिलाना जरुरी है किन्तु प्रोत्साहन उससे भी अधिक जरुरी है.

नोबल पुरुस्कार विजेता एन्टोने फ्रान्स का कहना था कि '९०% सीख प्रोत्साहान देता है.'

कृपया सह-चिट्ठाकारों को प्रोत्साहित करने में न हिचकिचायें.

-सादर,
समीर लाल ’समीर’

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } ने कहा…

बाबा टिपोरनाथ की जय

Wow.....New

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