नाम -दर्शन लाल बवेजा
पद -विज्ञान आध्यापक,govt.sr.sec.school Alahar ,Yamuna nagar
पता -यमुना नगर ,हरियाणा
शैक्षिक योग्यता -B.Sc.B.Ed.,MA pol.sc.,eco.,M.Com.
शौंक -विज्ञान संचार,ग्रामीण विद्यार्थीयों को विज्ञान शिक्षा के लिए प्रेरित करना,अंधविश्वास निवारण,विज्ञान कथा लेखन
विशेष -कम लागत के विज्ञान मोडल्स विकसित करना,कम लागत के विज्ञान प्रयोगों की कार्यशाला लगाना,विज्ञान क्लब संचालन
यमुना नगर हरियाणा आयु मुझसे आठ बरस छोटे यानी चालीस के ज्ञान में बरसों आगे विज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ब्लॉग लिखने वाले भाई दर्शन बावेजा के ब्लॉग ज़रा हटके और नेट पर हिंदी में विज्ञान संबंधी जानकारियां मुहैया कराते हैं तभी तो मुझे आकृष्ट किया मेरे जैसे पाठकों के लिए यदि तलाश है विज्ञान की बातें सरलतम और सलीके से अंतर्जाल पर मिले तो अवश्य ही दर्शन भाई के ब्लॉग को खंगालें . अक्सर बच्चे जिज्ञासा से सवाल करतें हैं और हम कुछ ज़वाब नहीं दे पाते क्योंकि हमारे पास ज्ञान का अभाव होता है मेरे साथ भी यही हुआ भतीजा चिन्मय पूछ बैठा :- चाचा गिरगिट कैसे रंग बदल लेता है. ? बिटिया श्रद्धा ने पूछा था :-'पापा,जब बालों का रंग काला होता है तो सफ़ेद क्यों हो जाते हैं..?'' इन सवालों के ज़वाब मेरे पास न थे सो कुल मिला कर टाल दिया था उनको मैंने. और जब दर्शन भाई के ब्लॉग पर ज़वाब मिला तो उत्तर दे दिया. एक बोझ हट गया सीने से कि बच्चों की जिज्ञासा शांत तो हुई . सच भूखे को रोटी,रोगी को औषधि,देना जितना ज़रूरी है उतना ही बच्चों की जिज्ञासा को शांत करना भी .
पद -विज्ञान आध्यापक,govt.sr.sec.school Alahar ,Yamuna nagar
पता -यमुना नगर ,हरियाणा
शैक्षिक योग्यता -B.Sc.B.Ed.,MA pol.sc.,eco.,M.Com.
शौंक -विज्ञान संचार,ग्रामीण विद्यार्थीयों को विज्ञान शिक्षा के लिए प्रेरित करना,अंधविश्वास निवारण,विज्ञान कथा लेखन
विशेष -कम लागत के विज्ञान मोडल्स विकसित करना,कम लागत के विज्ञान प्रयोगों की कार्यशाला लगाना,विज्ञान क्लब संचालन
यमुना नगर हरियाणा आयु मुझसे आठ बरस छोटे यानी चालीस के ज्ञान में बरसों आगे विज्ञान के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ब्लॉग लिखने वाले भाई दर्शन बावेजा के ब्लॉग ज़रा हटके और नेट पर हिंदी में विज्ञान संबंधी जानकारियां मुहैया कराते हैं तभी तो मुझे आकृष्ट किया मेरे जैसे पाठकों के लिए यदि तलाश है विज्ञान की बातें सरलतम और सलीके से अंतर्जाल पर मिले तो अवश्य ही दर्शन भाई के ब्लॉग को खंगालें . अक्सर बच्चे जिज्ञासा से सवाल करतें हैं और हम कुछ ज़वाब नहीं दे पाते क्योंकि हमारे पास ज्ञान का अभाव होता है मेरे साथ भी यही हुआ भतीजा चिन्मय पूछ बैठा :- चाचा गिरगिट कैसे रंग बदल लेता है. ? बिटिया श्रद्धा ने पूछा था :-'पापा,जब बालों का रंग काला होता है तो सफ़ेद क्यों हो जाते हैं..?'' इन सवालों के ज़वाब मेरे पास न थे सो कुल मिला कर टाल दिया था उनको मैंने. और जब दर्शन भाई के ब्लॉग पर ज़वाब मिला तो उत्तर दे दिया. एक बोझ हट गया सीने से कि बच्चों की जिज्ञासा शांत तो हुई . सच भूखे को रोटी,रोगी को औषधि,देना जितना ज़रूरी है उतना ही बच्चों की जिज्ञासा को शांत करना भी .
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और बाकी सब इधर दर्शन भाई से बाबस्ता बातें "दर्शन बावेजा "
18 टिप्पणियां:
अच्छा लगा दर्शनजी से मिलकर..... आभार उनसे परिचय करवाने का....
दर्शन जी के ब्लॉग को मैं भी नियमित देखा करती हूं .. जनसामान्य को विज्ञान के नियमों से परिचित करवाने का उनका प्रयास बहुत अच्छा है !!
बहुत अच्छा लिखते हैं बावेजा जी.
मैं दर्शन जी के चिट्ठे को नियमित रूप से पढ़ता हूं। यह एक बेहतरीन चिट्ठा है।
इनकी पत्नी इन्दू जी, एक बेहतरीन चिट्ठा पार्थवी नाम से, गणित और उसकी पहेलियां पर लिखती हैं।
दर्शन लाल जी राम राम और ढेर सारी शुभकामनाएं
दर्शन जी वैज्ञनिक मनोवृत्ति के ब्लॉगर हैं ..उनका सदैव स्वागत है !
दर्शन जी को नमन!!
दर्शन जी, विज्ञान जैसे कठिन विषय को सरलता से प्रस्तूत कर सर्वग्राह्य बना देते है।
वस्तुत:कठिन विष्य को सरलता से प्रस्तूत करना अपार श्रमसाध्य है।
दर्शन जी का योगदान प्रशंसनीय हैं।
bahot gyanvardhak blog hai.
शुक्रिया
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एक नज़र : ताज़ा-पोस्ट पर
• दर्शन बावेजा
• ताज़ा पोस्ट विरहणी का प्रेम गीत
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आपके द्वारा बताने पर ही दर्शन बावेजा जी के ब्लॉग पर जाने का मौका मिला. उनका काम प्रशंसनीय है. आपको भी धन्यवाद अच्छे ब्लोग्स की चर्चा करने के लिए!
वाह जी
बंदे में इतनी भी काबलियत नहीं बस आप की जर्रा नवाजी है जी ....
सब का धन्यवाद जी
दर्शन बावेजा जी की जितनी भी प्रशंसा करूँ कम ही है ! इंसान के रूप में उनका व्यक्तित्व प्रेरणादायक व अनुकरणीय है ! उनके ब्लॉग का मैं नियमित पाठक हूँ ! दर्शन जी का ब्लॉग अपने आप में सर्वथा अनोखा है ! विज्ञान विषय पर आधारित उनकी पोस्ट अत्यंत रोचक व पठनीय हैं ! कितनी ही बातें जो मुझे छात्र जीवन में नहीं पता चल पायीं वो मुझे "क्यों और कैसे विज्ञान में" के द्वारा सहजता से ही पता चलीं ! उनका समझाने का अंदाज ही ऐसा है !
दशन जी जिंदाबाद
दर्शन जी के दर्शन करवाने(मतलब लिंक देने) के लिए आभार.......
“दीपक बाबा की बक बक”
क्रांति.......... हर क्षेत्र में.....
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दर्शनलाल बावेजा जी एवं फीमती इन्दु अरोड़ जी को बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
"कहो जो कहना है आज खुलके
तुम्हारी कीमत करूंगा दुगनी"
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इसको तो पढ़कर मैं डर ही गया जी.
बहुत पहले एक बाबा मिले थे, बोले -"बच्चा तेरा पैसा दुगना कर दूंगा !" आज तक वो बाबा नहीं मिले दुबारा ... मेरा पैसा गया अलग !
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उसके बाद एक फाईनेंस कंपनी ने वादा किया कि मेरा पैसा दुगना करके देगी ! रातों रात कंपनी ऐसा गायब हुयी कि आज भी रास्ता देख रहा हूँ !
अब फिर आज आपको देखा ........
अच्छी मुलाकात.
अच्छी मुलाकात करवाई आपने ! ये क्रम जारी रहे गिरीश जी , साथ ही साक्षात्कार का पॉडकास्ट भी शुरू करें जल्दी से !
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