4.7.10

सन २०५० मे................................एक समाचार .................................

आज सुनिए एक समाचार प्रवीन पाण्डेय जी के ब्लॉग से ...................................जिसकी जानकारी मुझे यहाँ से मिली..............................

सन २०५०-------------- मुकदमे के निर्णय का क्षण । 

7 टिप्‍पणियां:

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

एक भी रुकावट नहीं कोई गफ़लत नहीं एक सहज प्रवाह है आपकी प्रस्तुति में

Udan Tashtari ने कहा…

बढ़िया,,पढ़ पहले चुके थे.

Satish Saxena ने कहा…

अर्चना जी और गिरीश भाई को शुभकामनायें !

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

शुक्रिया सतीष भाई, समीर जी

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

अपना लिखा सुनकर बिल्कुल नया सा लगा । अतिशय आभार ।

हर्षिता ने कहा…

सुन्दर।

दीपक 'मशाल' ने कहा…

बिलकुल आकाशवाणी की याद ताज़ा करा दी आपने.. बहुत-बहुत शुक्रिया इतनी शानदार पोस्ट(समाचार) के लिए..

Wow.....New

धर्म और संप्रदाय

What is the difference The between Dharm & Religion ?     English language has its own compulsions.. This language has a lot of difficu...