25.9.09

बिंदु-बिंदु विचार

__________________________________________________________________________________________________
कल एक कवि गोष्टी करनी है बताओ किस किस को बुला लूं..?
 मेरे सवाल पर भाई सलिल समाधिया बोले-"क्या बताऊँ आप से बेहतर किसे जानकारी है शहर के कवियों के बारे में मैं तो किसी को जानता नहीं ?
सलिल भाई,मैं सभी को जानता हूँ इसी  कारण पशोपेश में हूँ ....! 
मेरा हताशा भरा उत्तर सुनकर सलिल भाई का ठहाका गूंजने लगा .
_________________________________________________________________________________________________
योग निद्रा 
 वो सरकारी आदमी योग निद्रा में लीन अपनी  फाइल पर निपूते की संपदा पर बैठे सांप सा बैठा हुआ था,कल्लू की मौत के बाद अनुकम्पा नियुक्ति के केस में कल्लू की औरत से कुछ हासिल करने की गरज से उसकी फाइल एक इंच भी नहीं खिसका रहा था. एक दिन अचानक बाबू बालमुकुन्द नामदेव का निधन हार्ट अटैक से हो गया और एक नए बाबू ने कुर्सी सम्हाली . दौनों विधवाए की अनुकम्पा नियुक्ति की फाइल को लेकर उसी टेबल के सामने बैठीं थी. और नए गुप्ता बाबू योग निद्रा में थे . 

_________________________________________________________________________________________________

2 टिप्‍पणियां:

विनोद कुमार पांडेय ने कहा…

मजेदार, बिंदु-बिंदु विचार...
बधाई!!!

Udan Tashtari ने कहा…

सही बिन्दु बिन्दु विचार किए हो...कवि सम्मेलन का न्यौता इधर भी बढ़वा देना.. :)

Wow.....New

विश्व का सबसे खतरनाक बुजुर्ग : जॉर्ज सोरोस

                जॉर्ज सोरोस (जॉर्ज सोरस पर आरोप है कि वह भारत में धार्मिक वैमनस्यता फैलाने में सबसे आगे है इसके लिए उसने कुछ फंड...