मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा है कि बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह संकल्पबद्ध है और इसके लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। बच्चियों में आगे बढ़ने की ललक और सीखने की चाहत के चलते वे स्वयं भी सबला बनने की दिशा में अग्रसर हैं। शासन का प्रयास है कि हर बालिका चाहे वह किसी भी पृष्ठभूमि की हो, सबला बन कर उभरे ।
श्रीमती सिंह आज यहां मानस भवन के प्रेक्षागृह में आयोजित प्रदेश के पहले सबला सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उद्बोधन दे रही थीं। उन्होंने कहा कि हमें बच्चियों को उनकी रूचि और योग्यतानुसार आगे बढ़ने में हरसंभव मदद और मार्गदर्शन देना होगा। श्रीमती सिंह ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के गंभीर प्रयासों का भी उल्लेख किया। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि स्वागतम् लक्ष्मी, बेटी बचाओ अभियान और लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाओं से परिदृश्य में गुणात्मक परिवर्तन संभव हो सका है ।
बेटियों के प्रति समाज की सोच में बदलाव हुआ है। उन्होंने कहा कि किशोर आयु समूह में ही बच्चियों के व्यक्तित्व के विकास की ओर ध्यान देना होगा। यह समय सृजन और निर्माण का है। अभिभावकों और महिला एवं बाल विकास विभाग की भूमिका इसमें बहुत महत्वपूर्ण है। सही समय पर सही मार्गदर्शन प्राप्त होने से ही बेटियां सशक्त बनेंगी और आगे चलकर चमकदार उपलब्धियां हासिल करने में कामयाब होंगी। इस परिप्रेक्ष्य में श्रीमती सिंह ने सुपोषण अभियान और स्नेह सरोकार कार्यक्रम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुधार के साथ-साथ बच्चियों की दक्षता बढ़ाने के लिए बहुतेरे प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि तमाम योजनाओं के जरिए सरकार ने समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक वातावरण बनाने के गंभीर प्रयास किए हैं जिसके चलते बेटियों को बेहतर अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। महत्वपूर्ण यह है कि इस संदर्भ में समाज का भी यथेष्ट सहयोग प्राप्त हो रहा है ।
प्रदर्शनी का वलोकन करते हुए माननीय मंत्री जी एवं मान. प्रमुख सचिव |
श्रीमती सिंह ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद किशोरवय बालिकाओं और महिलाओं का आव्हान किया कि वे पूरी ऊर्जा और उत्साह के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हों तथा सरकार और समाज के समर्थन से उपलब्धियों की नई ऊंचाईयों का स्पर्श करें ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद श्री राकेश सिंह ने कहा कि भारत की पुण्य भूमि की संस्कृति में नारी का विशेष स्थान रहा है। तथापि बाद के समय में कुरीतियां पनपी जिनसे स्थितियों में बदलाव हुआ। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने महिलाओं की स्थिति बेहतर बनाने के लिए अहम् कदम उठाए हैं। बेटियों की शिक्षा उनकी उन्नति के लिए बेहद जरूरी है। आज उनके सामने उपलब्धियों का आकाश है और उन्हें उड़ान भरने की स्वतंत्रता भी हासिल है। सांसद ने कहा कि बेटियां सब कुछ करने में सक्षम हैं। उन्होंने आव्हान किया कि बेटियां आगे आएं और सरकार की विभिन्न योजनाओं का फायदा लेकर अपने परिवार का नाम रौशन करें ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद श्री राकेश सिंह ने कहा कि भारत की पुण्य भूमि की संस्कृति में नारी का विशेष स्थान रहा है। तथापि बाद के समय में कुरीतियां पनपी जिनसे स्थितियों में बदलाव हुआ। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने महिलाओं की स्थिति बेहतर बनाने के लिए अहम् कदम उठाए हैं। बेटियों की शिक्षा उनकी उन्नति के लिए बेहद जरूरी है। आज उनके सामने उपलब्धियों का आकाश है और उन्हें उड़ान भरने की स्वतंत्रता भी हासिल है। सांसद ने कहा कि बेटियां सब कुछ करने में सक्षम हैं। उन्होंने आव्हान किया कि बेटियां आगे आएं और सरकार की विभिन्न योजनाओं का फायदा लेकर अपने परिवार का नाम रौशन करें ।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री जे.एन. कंसोटिया ने कहा कि किशोरावस्था में उचित मार्गदर्शन प्राप्त होना बेहद जरूरी है। यह मार्गदर्शन ही बच्चियों के व्यक्तित्व में निर्णायक साबित होता है। प्रमुख सचिव ने कहा कि सबला योजना के तहत बालिकाएं बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं और नए कौशल का विकास भी कर रही हैं। श्री कंसोटिया ने आदर्श लिंगानुपात हासिल करने की दिशा में कोशिशों को जरूरी बताया ।
आयुक्त एकीकृत बाल विकास सेवा श्रीमती पुष्पलता सिंह ने कहा कि विभाग आत्म-विकास और सशक्तिकरण से महिलाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। सशक्तिकरण के लिए प्रदेश के 15 जिलों में आरंभ की गई सबला योजना इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है ।
माननीया महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह जी एवं अतिथियों ने जबलपुर जिले में संचालित सबला योजना पर आधारित "नए क्षितिज की ओर फिल्म का प्रदर्शन किया जिसका निर्माण सुश्री सीमा शर्मा के निर्देशन में किया गया "
इस अवसर पर माननीया महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कार्यक्रम में मौजूद छात्राओं से वन-टू-वन संवाद भी किया। उन्होंने बच्चियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और उनके द्वारा प्रस्तुत मांगों के सम्बन्ध में उचित कदम उठाने का वादा भी किया। मुख्य अतिथि श्रीमती सिंह ने महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं कीसीडी तथा शौर्या डायरेक्टरी विमोचन किया। उन्होंने महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए कार्य करने वाले शौर्य दलों के सदस्यों को सम्मानित भी किया। मुख्य अतिथि ने अपना बाल-विवाह रोकने वाली लाड़ो अभियान की ब्रांड एम्बेसेडर कु. पूजा काछी को भी सम्मानित किया जिन्होंने अपने बाल विवाह को रोकने के लिए पुरजोर आवाज उठाकर अपना अध्ययन जारी रखा ।
इनके अलावा श्रीमती अनीता रैकवार व कु. लक्ष्मी लोधी को भी सम्मानित किया गया। साथ ही सबला योजनान्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनी किशोरी बालिकाओं को भी सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में महापौर डॉ स्वाति गोडबोले भी उपस्थित थीं । इस दौरान विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह व श्रीमती नंदिनी मरावी, मनोनीत विधायक एल.बी. लोबो, कलेक्टर श्री एस.एन. रूपला, पुलिस अधीक्षक डॉ आशीष एवं विभाग की संयुक्त संचालक सीमा शर्मा भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ राजलक्ष्मी त्रिपाठी ने किया ।
सिगनेचर ट्यून |
ढीमरयाई :- सबला योजना पर आधारित लोक गीत एवं नृत्य |
सांस्कृतिक गतिविधियाँ
श्रीमती सिंह ने एवं सांसद जी ने महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं कीसीडी तथा शौर्या डायरेक्टरी विमोचन किया |
सबला गीत गाती हुईं बालभवन की पूर्व छात्राएं दृढ निश्चय करके हमने किया आज ऐलान |
- स्वागत गान:- साक्षी गुप्ता ,प्रिया सौंधिया , शालिनी अहिरवार , एवं श्रद्धा बिल्लोरे ने सुश्री शिप्रा, सोमनाथ, मनीषा तिवारी के संगीत एवं संगत में प्रस्तुत किया
सांस्कृतिक कार्यक्रमोंकी झलकियाँ
· सबला सम्मेलन में प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बालभवन के बाल कलाकारों ने अनोखा समा बांधा सारी प्रस्तुतियाँ सबला योजना पर आधारित होते
हुए मनोरंजक एवं प्रभावी रहीं । कार्यक्रम में “सबला-गीत” एवं सबला पर आधारित लोकनृत्य एवं लोक-गीत डिमरयाई सर्वाधिक चर्चित रहे । साथ ही प्रवेश द्वार पर ही हुए आगवानी गीत, सरस्वती वंदना , की प्रस्तुतियाँ बालाभवन में प्रशिक्षित किशोरी बालिकाएँ क्रमश: साक्षी गुप्ता, प्रिया सौंधिया, श्रद्धा बिल्लोरे, शालिनी अहिरवार, मुस्कान सोनी मनीषा तिवारी , समृद्धि असाठी, सेजल तपा, आस्था अग्रहरी , शैफाली सुहाने, हर्षिता गुप्ता, प्रियंका सोनी , साध्वी बिरहा, पालक गुप्ता, कुमारी अमिय तिवारी , प्रिया सौंधिया, आदि ने सुश्री शिप्रा सुल्लेरे के संगीत निर्देशन एवं श्री इंद्र पांडे के नृत्य निर्देशन में विषय आधारित प्रस्तुतियाँ एवं सबला योजना की सिगनेचर ट्यून मनमोहक रही ।
हुए मनोरंजक एवं प्रभावी रहीं । कार्यक्रम में “सबला-गीत” एवं सबला पर आधारित लोकनृत्य एवं लोक-गीत डिमरयाई सर्वाधिक चर्चित रहे । साथ ही प्रवेश द्वार पर ही हुए आगवानी गीत, सरस्वती वंदना , की प्रस्तुतियाँ बालाभवन में प्रशिक्षित किशोरी बालिकाएँ क्रमश: साक्षी गुप्ता, प्रिया सौंधिया, श्रद्धा बिल्लोरे, शालिनी अहिरवार, मुस्कान सोनी मनीषा तिवारी , समृद्धि असाठी, सेजल तपा, आस्था अग्रहरी , शैफाली सुहाने, हर्षिता गुप्ता, प्रियंका सोनी , साध्वी बिरहा, पालक गुप्ता, कुमारी अमिय तिवारी , प्रिया सौंधिया, आदि ने सुश्री शिप्रा सुल्लेरे के संगीत निर्देशन एवं श्री इंद्र पांडे के नृत्य निर्देशन में विषय आधारित प्रस्तुतियाँ एवं सबला योजना की सिगनेचर ट्यून मनमोहक रही ।
· संस्कारधानी के गीतकार एवं बालभवनसहायक संचालक द्वारा लिखे एवं सत्शुभ्र मिश्र एवं पूर्वी फड़नीस द्वारा गाया महिला सशक्तिकरण गीत “लाडो पलकें झुकाना नही ” गीत की आडियो-वीडियो लोकार्पण भी अतिथियों ने किया ।
· बालभवन की कला निर्देशिका श्रीमती रेणु पांडे के निर्देशन में प्रवेश द्वार से लेकर आडिटोरियम तक की साजसज्जा भी किशोरीयों क्रमश: आस्था गुप्ता , तान्या बड़कुल, यशी पचौरी , नीति शर्मा, सृष्टि गुप्ता , श्रेया गुप्ता , राजकुमारी गुप्ता, रिया साहू नंदनी पाटकर, रिकी राय, तान्या पाण्डेय, खुशबू राय, का योगदान उल्लेखनीय रहा, इस अवसर पर मंत्री महोदया को बालभवन में शुभमराज अहिरवार द्वारा निर्मित पोट्रेट श्रीमति मनीषा लुम्बा संभागीय उपसंचालक, महिला सशक्तिकरण जबलपुर भेंट किया गया