यह रिपोर्ट पलपल इंडिया में "यहाँ" पर प्रकाशित हुई है जो मूलरूप से प्रतिलिपि कर यहाँ प्रकाशित की गई है
गणेश के दोनों पैर नहीं है. वह बैसाखी के सहारे चलता है, लेकिन उसने जो काम किया वह एक पुलिस वाला ही कर सकता है.
पत्नी की हत्या करके भाग रहे हत्यारे पति को उसने बैसाखी के सहारे 1 किलोमीटर तक पीछा किया और उसे पकड़ लिया. मामला ढाई महीने
पुराना है. कानूनी प्रक्रिया की वजह से गणेश का नाम नहीं खोला गया था. अब एसपी ने
उसके इस साहस के लिए उसे 5 हजार रुपए का इनाम देकर सैल्यूट किया.
26 सितम्बर की रात बरगी डैम के पास बने घर के आंगन में गणेश
यादव (30 )अपने पिता और दोस्त के साथ बैठे थे. अचानक गणेश
को जंगल से किसी महिला की चीखें सुनाईं पड़ी. गणेश ने ये बातें अपने पिता और दोस्त
को बताईं, लेकिन दोनों उसे वहम होने की बात कहकर शांत कर
दिया. लेकिन गणेश खुद को नहीं रोक पाए और बैसाखी उठाकर तेजी से उस तरफ भागने लगे, जहां से चीखें आ रहीं थीं. गणेश को झाड़ियों के बीच से अचानक
एक व्यक्ति भागता हुआ नजर आया और वो उसके पीछे लग गया.
सहारा ही बन गया हथियार
करीब एक किलोमीटर
पीछा करने के बाद गणेश ने भागने वाले को बैसाखी अड़ाकर पकड़ लिया. इसी बीच उसका
दोस्त और पिता भी वहां पहुंच गए. पकड़े गए आदमी के हाथ में खून लगा हुआ था, उसने पत्नी की हत्या करने की बात कबूल की. तीनों उसे पकड़कर
उस जगह ले गए, जहां महिला की लाश के साथ हत्या में प्रयुक्त
कैंची पड़ी हुई थी. इसके बाद पुलिस को खबर दी गई और आरोपी को सौंप दिया गया. गणेश
की हिम्मत और आत्मविश्वास की वजह से एक बड़ी वारदात का खुलासा हो गया .
कानूनी प्रक्रिया की वजह से नाम नहीं किया था उजागर
सीएसपी बरगी हरिओम शर्मा ने बताया कि 26
सितंबर की शाम करीब 7 बजे बरगी नगर निवासी राममिलन पटेल अपनी पत्नी सुमन पटेल को
घुमाने के बहाने से बरगी डेम के पास जंगली रास्ते में ले गया था. यहां उसने
पारिवारिक विवादों के चलते उस पर कैंची से हमला करके हत्या कर दी. सीएसपी ने बताया कि चूंकि घटना के बाद कानूनी प्रक्रिया के
तहत गणेश का नाम उजागर नहीं किया गया था. गुरुवार को एसपी ऑफिस में एसपी डा. आशीष
ने गणेश को शासन से स्वीकृत हुई पांच हजार की राशि प्रदान की. इस मौके पर बरगी
टीआई केएस बघेल, बरगी नगर चौकी प्रभारी ईश्वरी पटले समेत पुलिस
विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे