25.2.11

"कौआ ,चील ,गदहा ,बिल्ली ,कुत्ते

 एक सरकारी बना
"बहुत  असरकारी" 
 होशियार था
कौए की तरह  
और जा बैठा
वहीं जहां
अक्सर 
होशियार कौआ बैठता है.!!

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                                                                 चील:-
 चीखती चील ने 
मुर्दाखोर साथियों को पुकारा
एक बेबस जीवित देह  नौंचने  
 सच है
घायल होना
सबसे बड़ा अपराध है. 
मित्र मेरे, बीते पलों का 
यही एहसास आज़ मेरे 
तो कल तुम्हारे साथ है.

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गधा 
जो अचानक रैंकने लगता है 
सड़क पर
मुहल्ले के नुक्कड़ पर
लगता है कि :- "मैं अपने दफ़्तर आ गया ?"
वहां जहां मैं और मेरा गधा 
एक ही सिक्के  के दो पहलू हैं.
मुझे इसी लिये प्रिय है
मेरा गधा..
सर्वथा मेरा
अपना "अंतरंग-मित्र "
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बिल्ली
सुना है
बिल्लियों का भाग से भरोसा 
उठ गया !
बताओ
दोस्त क्यों है ये मंज़र नया ?
जी सही 
अब आदमी छीकें तोड़ रहें हैं
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कुत्ते पर
इंसानी नस्ल का रंगत  
चढ़ गई
ये जानकर
अपनी वफ़ादारी का
. यशगान कर
एक बुज़ुर्ग कुत्ता
इन दिनों 
कुत्ता सुधार अभियान 
चला रहा है !!
नई पौध को आदमियत से 
बचना सिखा रहा है..?
 
  इस पोस्ट के समस्त फोटो गूगल पर उपलब्ध हैं यदि किसी  भी पाठक को कोई आपत्ती हो तो अवगत कराएं  

10 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

पूरा चिड़ियाघर कवर कर लिया.

OM KASHYAP ने कहा…

बेहतरीन रचना के लिए बधाई ।

निर्मला कपिला ने कहा…

बेहतरीन सटीक अभिव्यक्तियाँ। बधाई।

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

बहुत बढ़िया .....

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

मनीष भाई देखना चाहते थे

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

और तोते की कविता कहां है
जो बनता है
बनाता है
अपने मुंह मियां मिट्ठू

मनीष सेठ ने कहा…

bahut sunder,demand puri karne ke liye thanks

vivek ने कहा…

aapne sabit kar diya ,abhiwyakti ek software hai bas aap subject enter kijiye kavita bahar aa jayegi. chooki processor achchha hai isliye aapki quality bhi badiya hai

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

क्या उपमा दी भाई विवेक जी
लाज से पैर के नखून से जमीन कुदेर रहा हूं

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ने कहा…

नए परि‍पेक्ष्‍य

Wow.....New

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