कितना कठिन है रोबो बच्चों का प्रशिक्षण
साभार :- न्यूज़-ट्रैक अक्सर दुखी माता पिता को लेकर चिंतित हो जाता हूँ । चिंता का विषय बच्चे नहीं माँ बाप होते हैं । जो बच्चों के लिए खुद नैसर्किकता से बाहर वाले काम करते हैं कि बच्चे का यंत्र बन जाना अवश्यंभावी है जी हां बच्चे एक मशीन यानी रोबोट बनकर रह गए हैं । एक दिन अपने 10 साल के बच्चे को लेकर एक माता आईँ जिनका कहना था उनके बेटे को बेहतरीन सिंगर बना दूं । मोहतरमा की नज़र में बच्चा सर्वगुण संपन्न था । जाने कितनी खूबियाँ पट पट गिना गईं । मैंने पूछा - बच्चे पर आप कुछ अधिक ध्यान देतीं है वे बोलीं - साहब अगर हम इन पर ध्यान न दें तो दुनियां में पिछड़ जाएंगे । कुल मिला के माँ बच्चे में आइंस्टाइन से लेकर सर्वोच्च व्यक्तित्वों तक सब कुछ का मिश्रण घोल के डालना चाहतीं थीं । विनोद वश हमने पूछा - आप अपने बेटे को कैसा गायक बनाना चाहतीं हैं ? उत्तर था एकदम किशोर कुमार जैसा ! ये अलहदा बात है कि ये युग हनी सिंग का युग है । उस बच्चे की दिनचर्या देखें तो आप हम से अधिक बड़ा हो गया है वो सुबह 5 बजे उठता है । 7 बजे स्कूल जाता है 2 बजे लौटता है स्कूल से लंच लेता