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जुलाई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Story of Mahjabeen Bano | Josh Talks Hindi thanks Narendra Modi ji ............ thanks national balbhavan.......

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  रोंगटे खड़े हो जाएंगे ये कहानी सुनकर | Never Give Up | Mahjabeen Bano | Josh Talks Hindi नेशनल बालभवन की कला साधिका की कहानी जो रुलाती भी है  तो प्रेरणादायक भी है ।  इस बेटी ने दिल्ली में खुद को साबित कर दिया । दिव्यांग महिला मेहजबीन को मुख्तार अब्बास नकवी एवम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जो सहृदयता दिखाई शायद उसका गौरव भी आप अवश्य महसूस करेंगे ।

आजाद जबलपुर आए थे...प्रो आनंद राणा

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इतिहास  संकलन समिति महाकोशल प्रांत की ओर से शोध के आलोक जबलपुर के इतिहास में पहली बार यह तथ्य सामने आया कि महा महारथी श्रीयुत चंद्रशेखर आजाद जबलपुर गुप्त प्रवास पर महा महारथी श्रीयुत प्रणवेश चटर्जी के यहाँ आए 🙏🙏.. इस चित्र पंडित जी की शहादत के बाद क्रांतिकारियों ने "आजाद मंदिर" के नाम से बनाया था..  महारथी रामप्रसाद बिस्मिल पंक्तियाँ कितनी सटीक बैठती हैं.. "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है.. देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है".. काकोरी कांड या षड्यंत्र नहीं है या लूट नहीं है (जैंसा कि अंग्रेजी इतिहासकारों और उन पर आश्रित कांग्रेस पोषित कतिपय भारतीय इतिहासकार और मार्क्सवादी इतिहासकारों ने लिखा है..इन लोगों ज्यादती तो देखिये कि इन लोगों ने क्रांतिकारियों को आतंकवादी कह डाला ) काकोरी यज्ञ है जिसमें क्रांतिकारियों ने लुटेरे अंग्रेजों से अपनी पवित्र आहुतियां देकर धन का अधिग्रहण कर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया.. पंडित जी ने..भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम सेना बनायी (एच. एस. आर. ए.).. आजाद के नेतृत्व में लाला जी के हत्यारे का साण्डर्स का वध.. अस

जल बिन तरसे मीन जैसे गुरु बिन तरसूं मैं

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अपने अनंत गुरुओं को शत शत नमन करते हुए आप सब को सुप्रभात ।     मित्रों और सुधि पाठक जन आप सब मेरे गुरु हैं। अगर कोई मेरा शत्रु है तो उसे मैं अपने सबसे बड़े गुरु के रूप में मानता हूं स्वीकारता भी हूं...! चलिए यह तो लौकिक बात हुई। वास्तविकता यह है कि जीवन को अचानक बदल देने वाला गुरु अलौकिक रूप से मेरे साथ है। लौकिक रूप से शिवाय जनेऊ संस्कार के आज तक मैंने आध्यात्मिक दीक्षा नहीं ली है। परंतु अलौकिक गुरु के रूप में सबसे पहले मेरा परिचय स्वामी शुद्धानंद नाथ से हुआ । उनके विषय में बहुत अधिक जानकारी यहां नहीं दूंगा। इतना जानिए कि वे ना मिले होते तो शायद हम प्रपंच में अध्यात्म के योग को नहीं समझ पाते। स्वामी जी अतिशय स्नेह रखते थे । आधी शताब्दी बीत जाने के बाद उनके सूत्रों से समझ पड़ता है कि वह क्या कहना चाहते थे। स्वामी जी ने हमारे जैसे कई मध्यवर्गीय परिवारों को आध्यात्मिक चिंतन दीया। बहुत छोटा था मैं जब उनसे स्पर्श दीक्षा मिली। स्वामी जी अद्भुत चमत्कारी योगी नहीं थे बल्कि वे कर्म और कर्म फल के सिद्धांत को आलोकित और परिभाषित करते रहे।  उनका परिचय जानना चाहते हो तो आपको बता दूं ग्

इमरान को आर एस एस का खौफ ................?

     फ्रांस के राष्ट्रपति ने जब यह कहा था कि टेररिज्म इस्लाम के लिए खतरा है तो टर्की ने उससे अपने राजनयिक संबंध तोड़ दिए और इसी क्रम में इमरान साहब ने भी ऐलान कर दिया कि हम भी राजनयिक संबंध तोड़ते हैं। पाकिस्तान के इस पढ़े लिखे नासमझ प्राइम मिनिस्टर को यह जानकारी नहीं थी कि उसके राजनीति संबंध और राजदूत दोनों ही फ्रांस में नहीं है। ऐसे नासमझ प्राइम मिनिस्टर से उम्मीद भी क्या की जा सकती है। आर एस एस को लेकर जिस तरह से पाकिस्तानी प्राइम मिनिस्टर का बयान आया है वह किसी चंडूखाने से आई खबर के आधार पर दिए गए बयान से ज्यादा कुछ नहीं है।     सुधी पाठकों कोई बात का अच्छी तरह से ज्ञान होगा कि पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर का ज्ञान और उन्हें जो सूचना दी जाती है उसमें आदमी और आई एस आई का इनपुट होता है। इसी आधार पर वहां का प्रधानमंत्री अपनी बात कहता है। जहां तक इमरान का सवाल है वे आर्मी द्वारा पाले गए तोते से ज्यादा हैसियत नहीं रखते हैं।    पाकिस्तान ने हालिया दौर में जिस तरह से तालिबान का समर्थन शुरू किया है वह उनकी साइकोलॉजी को स्पष्ट करने के लिए काफी है। और यही बॉडी लैंग्वेज भारत में रह रहे स्लीपर

दानिश को मारना तालिबान की सबसे बड़ी भूल है रवीश जी लानत गोली पर भेज रहे हैं

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*दानिश को श्रद्धांजलि* दानिश सिद्दीकी की तालिबान कल हत्या कर दी जो दुखद पहलू है। उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना है।    मित्रों सबको अपनी बात कहने का हक़ है यह सवाल ठीक है और दानिश अपनी बात नहीं कह पाए इसका मलाल उन सभी को भी होना चाहिए जो भारत में अपने अधिकारों को लेकर कुछ ज्यादा ही सेंसिटिव है। जहां मानवता का प्रश्न है वहां दानिश की मौत पर सारी मानवीय संवेदना उनके साथ हैं। और रहेंगे क्योंकि भारतीय संदर्भ हमेशा हमें संवेदनाओं और मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं उन लोगों से असहमत हूं जो दानिश की हत्या पर अजीबोगरीब टिप्पणी कर रहे हैं। यह मेरी व्यक्तिगत राय है। दानिश की हत्या अलावा कुछ दिनों से अर्थात पिछले 1 हफ्ते से तालिबान लड़ाकू की साइकोलॉजी और विश्व में लोगों के मस्तिष्क में कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं। इन्हें अब समझने की जरूरत है तो आइए वह सवाल कौन से हैं जानते हैं हम [  ] क्या तालिबान लड़ाके किसी मानवतावादी व्यवस्था के पोषक होंगे..? - स्पष्ट रूप से नहीं परंतु तालिबान इन दिनों कितने हिस्सों में बटा हुआ है

“वेनेजुएला की तरह भारत को भोगना पड़ सकता है मुद्रा प्रसार का दर्द....यदि हम न माने तो !”

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“वेनेञ्जुला की तरह भारत को  भोगना पड़ सकता है मुद्रा प्रसार का दर्द....यदि हम न माने तो !” : गिरीश बिल्लोरे “मुकुल”         वेनेजुएला दक्षिण अमेरिका के उत्तर में स्थित है ; भूगर्भीय , इसकी मुख्य भूमि दक्षिण अमेरिकी प्लेट पर स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल   916,445   किमी 2  (353,841 वर्ग मील) और भूमि क्षेत्र 882,050 किमी 2  (340,560 वर्ग मील) का है , जिससे वेनेज़ुएला दुनिया का 33 वां सबसे बड़ा देश है। इस देश की राजधानी करासस है। इस देश की वर्तमान में आर्थिक , राजनैतिक  परिस्थितियाँ जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर और हाइपर - इंफ्लेशन के जानकार स्टीव हैंक के मुताबिक़ पिछले 12 महीनों में वेनेज़ुएला में महंगाई 65000 फ़ीसदी तक बढ़ गई है. यह “अति-तीव्र-मुद्रा-प्रसार” का मौजूदा उदाहरण है ।   इस क्रम में उदय कोटक ने भारत सरकार को  एक सलाह दी ...!                            दूसरे विश्व युद्ध में औपनिवेशिक भारत को जिन आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था । और उसके बाद अधिकांश देश मुद्रा प्रसार के शिकार हो गए थे। विश्