नदियों के घाटों पर महिलाओं की सुरक्षा : कुछ सुझाव
नदियों के तटों पर परिवार सहित भक्त जन भक्ति भाव से आते हैं अपने बेटे बेटियों बहुओं महिलाओं के साथ . कल शाम ग्वारीघाट पर आध्यामिक भ्रमण के दौरान मैंने भी स्नान किया देखा जहां महिलाएं स्नान कर रहीं थीं वहां शोहदे टाइप के लोग अधिक सक्रीय थे . बाकायदा अपने सेलफोन से फोटोग्राफी में मशगूल भी थे. कुछ परिवारों ने विरोध भी जताया जो जायज था . भद्र मीडिया जिताना समय और स्पेस सनी लियोनी को अथवा सियासत को दे रहा है उससे आधा समय भी दे दे तो महिलाओं के खिलाफ होते इस सामाजिक नज़रिए को बदला जा सकता है. मेरी तस्वीर को देखिये क्या मैंने ग़दर फिल्म में काम किया है ? न्यू-मीडिया एरा में सबसे फास्ट-इन्फार्मेशन स्प्रेड करने वाले सारे संसाधन मौजूद हैं . पलक झपकते ही आप की तस्वीर कहाँ जाएगी इस बात का आपको गुमान भी नहीं हो पाता. फिर आपकी तस्वीर को सेलफोन पर मौजूद सॉफ्टवेयर के ज़रिये क्या से क्या बनाया जा सकता है इस बात का तो अंदाजा कोई भी नहीं लगा सकता . मेरी तस्वीर को देखिये क्या मैंने ग़दर फिल्म में काम किया है ... न फिर भी हीरो की ज़गह मेरी तस्वीर चस्पा है ... ये सॉफ्