कौन है किलर झपाटा किधर गया किलर झपाटा




              हिन्दी ब्लागिंग के  स्वर्णकाल कहे गए दौर में एक ऐसा चरित्र भी सक्रिय  था  जिसकी हर किसी से कहा-सुनी खुले आप हो जाया करती थी जिसका नाम है "किलर-झपाटा" ।
           किलर झपाटे  के झापड़ कब किसे पड़ जाएँ किसी को जानकारी नहीं होती थी । ऐसा नहीं कि किलर झपाटा किसी से भी उलझता था पर उलझता अवश्य ही था । किसी भी ब्लाग लेखक से खूता मोल तब तक न लिया जाता था जब तक उसे लगता था कि उसका लेखन सार्थक है ज़रा भी बेसऊर  लेखन दिखा तो भाई टिपिया आते थे मातृ-भगनी अलंकरण से भी पीछे नहीं रहते । 
         किलर झपाटा के बहाने बता दूँ कि उस दौर में खोमचे बाजी शिखर पर थी टांग खिंचाई , आलेख की प्रतिक्रिया स्वरूप प्रति लेखन देख कर लगता था कि नेट पर नेटिया साहित्य समाज में एक महान  क्रान्ति को जनने (जन्म देने ) वाला है ।   हिन्दी में  ब्लागिंग में दो सूत्र  बड़े अहम  थे एक - इग्नोर करो ... दूसरा - मौज लीजिये ..... जो इन अहम सूत्रों में से किसी एक का भी पालन करते  थे हमेशा  खुश रहते थे ...... जिसने अपनी अपनी चलाई उसका रूमाल महफूज बाबा के रूमाल की तरह सदा गीला ही रहता था ।   चलिये किलर झपाटे पर लौटते हैं ........ इनका मोटो है - "
I want to wrestle with all rubbish things of the world.
दुनिया भर की फ़ालतू चीज़ों और बातों से, ज़बरदस्त
कुश्ती लड़ने का मन है……….. "
                          काफी दिनों से इनकी एक लंबी गुमशुदगी से लग रहा किलर बाबू  जिन   rubbish things से लाड़ना चाहते हैं या तो वो खत्म हो गईं अथवा किलर-झपाटा खुद चुक गए हैं .... ! जो भी हो किलर झपाटे जी मुझे मालूम है कि आप कुछ एक को छोड़कर कइयों को एन उनके घर में झपाटा लगा चुके हो चुके तो न होगे  न ही दुनियाँ से   rubbish things चुकी हैं .................. तो फिर तुम 
तुम चुप क्यों हो कारण क्या है ?
गुमसुम क्यों हो  कारण क्या है


जलते देख रहे हो तुम भी प्रश्न व्यवस्था के परवत पर
क्यों कर तापस वेश बना के, जा बैठै बरगद के तट पर  
हां मंथन का अवसर है ये  स्थिर क्यों हो कारण क्या है...?

                                                (गीत यहाँ मिलेगा :- "तुम चुप क्यों हो .... कारण क्या है ")
 बहरहाल एक बात बता दूँ कि  अभी भी किलर झपाटा मौजूद है सोशल-मीडिया पर 


  1. फेसबुक पर "किलर झपाटा "
  2. यू ट्यूब पर  "किलर झपाटा "
  3. गूगल प्लस पर "किलर-झपाटा"
  4. ट्विटर @KILLER_JHAPATA  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

क्यों लिखते हैं दीवारों पर - "आस्तिक मुनि की दुहाई है"

विमर्श

सावन के तीज त्यौहारों में छिपे सन्देश भाग 01