कौन टाइप के हो समीर भाई
जनम दिन मुबारक हो समीर भाई कौन टाइप के हो समीर भाई , हमाए जनम के ठीक चार महीने पहले यानी 29 जुलाई 1963 को दुनियां मेँ तुम आए. को जाने कब बडे भये हमें न ई पता इत्तो जानत हैं की हमाइ तुमाइ पहचान कालेज के दौर में भइ थी. तब तुम सदर से जबलपुर की नपाई शुरू कर दिन भर में कित्ता जबलपुर नाप जोख लेत हते .. हम तो भैया बस अंजाद (अंदाज़) लगाते रह जाते की अधारताल से आबे वारे दोस्त बताते - '' यार , लाल से तो अब्भई अधारताल मे मिले बो रांझी जाएंगे . तब भैया आपके पास लेम्ब्रेटा रही है न । हमें का मालूम हतो कै हमाई तुमाई मुलाक़ात बीस साल बाद ब्लॉगर के रूप में भई है वरना तुमाई लम्ब्रेटा की फोटू नंबर के साथ हेंचवा लेते नितिन पोपट भैया से .तुम कौन टाइप हो तुमई हेंचवा लेते । एक बात और हमाओ तुमाओ जबलपुर अब बदल गयो भैज्जा सिटी काफी हाउस में सदर में गंजीपुरा वारे काफी हाउस में अब कोऊ ऐसी चर्चा सुनो तुमाए सदर वालो कॉफ़ी-हाउस भौतई बदल गओ है नई होय आज कल के एक बीता कमर बारे मौड़ा-मोड़ी आत है