http://chitthacharcha.blogspot.com/2009/03/blog-post_31.हटमल
विवेक सिंह ने वापसी पोस्ट बनाम चर्चा में
मित्र प्रशान्त के बारे में विवरण दर्ज किया जिनके पैर में फ़िर से चोट लग गयी .........
व्यवहारिक तौर पर किसी के लिए यह खबर....गैरज़रूरी हो सकती है किन्तु मुझे भाई
विवेक का आध्यात्मिक-भावुक चेहरा नज़र आ रहा है
इस दौर में ऐसे लोग जो आत्म केन्द्रित न होकर सर्वे सुखिन: भवन्तु ..
का बिरवा रोप रहें हों उनको आदर देना मेरा दायित्व है
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Wow.....New
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3 टिप्पणियां:
हार्दिक स्वागत।
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तस्लीम
साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन
एक अच्छी खबर यानि विवेक जी का स्वागत और दूसरी उदासी करने वाली खबर PD के लिये शुभकामनाएं.
रामराम.
swagat hai bhai ka
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