उफ़्फ़ शरद कोकास भीषण गर्मी को भी एन्जोय करते है ?
इस बात में कोई दो राय नहीं प्यासे पाखी-और पेड पानी पियॆं इसके लिये सजग हमको रहना है बस हमें जो करना है कि उनके लिये छत आंगन में पानी और सूखते झुलसते पेडों पौधौं को पानी पिलाना है जी हां यही तो कह रहें हैं शरद कोकास जीसुनिये क्या कहा है उनने
टिप्पणियाँ
शहीदों को नमन एवं श्रृद्धांजलि!!
--ऐसे सभी प्रयासों का स्वागत और अपील का अनुकरण करना चाहिए।
..बातचीत ठीक से नहीं सुन सका फिर प्रयास करूगा क्योंकि क्या बात है! क्या बात है! सुनाई दे रहा है... इसका मतलब कोई बहुत अच्छी बात चल रही है!!