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शनिवार, जुलाई 27, 2019

खाकी वर्दी के पीछे धड़कता एस पी का नाज़ुक दिल


( जबलपुर के एसपी श्री अमित सिंह बेहद सुकोमल ह्रदय के धनी है इनका ह्रदय एक पुलिस अफसर का नहीं हो कर एक सोशल वर्कर यह दिल की तरह धड़कता है एक बार जब यह बाल भवन आए थे तब एक गरीब बच्चे को अपने गले लगाया उसे अपना कैप पहनाया और प्यार भी किया ऐसा नहीं कि ऐसा गिनी तौर पर ही है करते हैं वास्तव में यह किसी को दुखी नहीं देखना चाहते पुलिस ऑफिसर्स के लिए आपका नजरिया कैसा है मैं नहीं जानता पर इतना अवश्य जानता हूं कि अगर आप कितना भी नेगेटिव सोचेंगे इनके लिए पर एक बार एसपी जबलपुर अमित सिंह के साथ बैठेंगे या उनके बारे में जानेंगे तो आपका नजरिया एकदम बदल जाएगा यही ब्रह्म सत्य है)

पिता के हत्या के अपराध में निरूद्ध होने पर 6 वर्षिय प्रीति को पुलिस अधीक्षक जबलपुर ने पहल कर रखवाया राजकुमारी बाई बाल निकेतन में, पढाई की ली जिम्मेवारी
दिनॉक 19-7-19 को विजय नगर स्थित इंडियन कॉफी हाउस के पीछे रहने वाले अज्जू उर्फ रमेश वंशकार ने अपनी डेढ वर्षिय बेटी कु. रूपाली की पत्थर पर पटक कर हत्या कर दी थी, उक्त हत्या के प्रकरण में अज्जू उर्फ रमेश वंशकार को गिरफ्तार कर केन्द्रीय जेल जबलपुर मे निरूद्ध कराया गया है।अज्ज्ू उर्फ रमेश वंशकार की पत्नि किरण वंशकार एल्गिन अस्पताल मे उपचारार्थ भर्ती थी,  आरोपी अज्जू उर्फ रमेश वंशकार के एल्गिन अस्पताल मे होने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री अमित सिहं (भा.पु.से.) तत्काल अस्पताल पहुंचे थे जहॉ पूछताछ पर 6 वर्षिय बेटी प्रीति  मुखर होकर अपने पिता के विरूद्ध बोली थी एवं पूरी घटना बतायी थी, और जिस तरह उसने पढाई करने की इच्छा जाहिर की थी, तभी से मै कशमकश मे था, प्रीति का प्रजेन्स ऑफ माईड, कॉमनसेंस  बहुत ही स्ट्रॉग था, 5-6 साल के बच्चों में जो बहुत की कम देखने को मिलता है, तभी मैने यह निर्णय लिया था कि बच्ची को यदि किसी अच्छी संस्था मे रखा जाये एवं अच्छा एज्यूकेशन दिलाया जाये, तो जीवन मे आत्मनिर्भर होगी तथा मॉ के लिये भी अच्छा रहेगा, क्योंकि परिवार में कोई बेटा नहीं है 2 छोटी बहनें है, पतासाजी पर यह भी जानकारी मिली कि प्रीति की मॉ ने अपनी मर्जी से शादी की थी, इसलिये बच्ची के मामा भी अपने साथ नहीं रखना चाहते हैं, मॉ लोगो के घर एवं बंगलों में काम करके अपना जीवकोपार्जन करती है, पुलिस अधिकारी के तौर पर हमारा भी दायित्व बनता है कि एैसे बच्चो को सही संरक्षण एवं मार्ग दर्शन दिया जाये ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें किसी के मौहताज न रहें। इन्हीं सब बातों को ध्यान मे रखते हुये पुलिस अधीक्षक जबलपुर द्वारा चाईल्ड हैल्प लाईन से सम्पर्क कर कु. प्रीति को थाना मदनमहल अन्तर्गत शास्त्री ब्रिज के पास स्थित राजकुमारी बाई बाल निकेतन की देखरेख में रखवाया गया, एवं कहा गया कि  कु. प्रीति की स्कूल की फीस, ड्रेस किताबें मेरे द्वारा प्रोवाईड की जायेंगी l

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