नार्मदीय ब्राह्मण समाज के प्रादेशिक समागम में बुजुर्गों समाज सेवियों , महिलाओं एवं युवा प्रतिभाओं को सम्मानित


जबलपुर / दिनांक 19 सितम्बर 15
नार्मदीय लोक पत्रिका प्रकाशित करने वाले नार्मदीय लोकसेवा ट्रष्ट इंदौर द्वारा नार्मदीय ब्राम्हण समाज जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 19 सितम्बर 15 को एक सम्मान सराहना कार्यक्रम का आयोजन किया कलेक्टर शहडोल श्री मुकेश शुक्ल (IAS), की अध्यक्षता एवं श्री काशीनाथ उपाध्याय (खंडवा ) के मुख्य आतिथ्य एवं डा. एस डी उपाध्याय (अध्यक्ष, नार्मदीय ब्राह्मण समाज जबलपुर), श्री मदन सराफ (इंदौर), श्री आर. बी शर्मा, श्री गोविन्द गुहा (भोपाल) के विशेष आतिथ्य में संपन्न हुआ . प्रादेशिक स्तर के इस आयोजन का मूल उद्देश्य नार्मदीय लोक सेवा ट्रस्ट इंदौर द्वारा नियतकालिक मासिक-पत्रिका “नार्मदीय-लोक” के माध्यम से संवाद मे निरंतरता बनाए रखना एवं नार्मदीय समाज के वरिष्ठ आधार स्तंभों एवं मातृशक्ति को सम्मानित एवं समादरित करना तथा युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना रहा है
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ नर्मदा के पूजन-अर्चन हुआ तदुपरांत नार्मदीय समाज जबलपुर के कलाकारों ने चरणबद्ध संगीतमय प्रस्तुतियां दीं . एवं समस्त अतिथियों का नार्मदेय परिवार जबलपुर के सदस्यों ने स्वागत स्वरुप वैज्ञानिक तरीके से विकसित अनुपम मीठी तुलसी के पौधे एवं स्मृति चिन्ह ,नार्मदीय-दर्पण (डायरेक्टरी ) आदि प्रदान किये गए . साथ ही श्रीमती ललिता उपाध्याय एवं श्रीमती शशिबाला पारे नार्मदीय महिला मंडल ने श्रीमती नीरजा शुक्ला एवं श्रीमती आशा सराफ का स्वागत अभिनंन्दन किया गया
. अपने अध्यक्षीय उदबोधन में श्री मुकेश शुक्ल जी ने सामाजिक समरसता एवं मूल्यों के संरक्षण का आव्हान करते हुए कहा कि-“हमारा समाज स्वयमेव इतना जागरूक है कि दहेज़ जैसी कुरीति एवं अशिक्षा के अन्धकार से पूर्णत: विमुक्त है . देश प्रदेश एवं विश्व के विभिन्न देशों में सेवारत नार्मदीय युवाओं का अपने कार्यों के साथ-साथ सामाजिक मूल्यों के संवर्धन का आव्हान किया.” उन्हौने आगे कहा कि –“नार्मदीय समाज प्रोग्रेसिव है प्रतिभाओं से भरा है बस हमारी कमी है संख्या बल जिसे जबलपुर नार्मदीय समाज के अध्यक्ष द्वारा “हम-सब” की अवधारणा दी है यही अवधारणा सामाजिक विकास का मूलाधार है .
वरिष्टजनों महिलाओं एवं युवाओं के सम्मान को त्रिवेणी का स्वरुप मानते हुए उन्हौने कहा कि-“ जो हम तक न आ सकें उन तक हमें पहुंचकर उनको सम्मानित एवं प्रशस्ति संवर्धन करना ही चाहिए ताकि नार्मदीय समाज पारस्परिक भावनात्मक-बंधन प्रगाढ़ हो सकें क्योंकि प्रजातंत्र में संख्याबल का महत्व है सामाजिक विकास का आधार संख्याबल भी है ”
सपरिवार समारोह में पधारे श्री शुक्ल ने कहा कि वे अकेले ही इस समारोह में आ सकते थे किन्तु अपने बच्चों को सामाजिक समरसता का अनुदर्शन कराते हुए उनमें संस्कारों का बीजारोपण करना उनका मूल कर्तव्य है ..
जबलपुर में नार्मदीय-सामाजिक-भवन के निर्माण हेतु समाज द्वारा भूखंड हेतु प्रयास के लिए हर संभव सहयोग देने हेतु आश्वस्त किया
जे एन के वि वि अधारताल जबलपुर स्थित कृषक भवन में आयोजित इस गरिमामय कार्यक्रम में 75 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ समाज सेवियों क्रमश: श्रीयुत काशीनाथ जी अमलाथे, श्री काशीनाथ बिल्लोरे , डा. एम. बी. पारे , श्री मनोहर जोशी, श्री मदन मोहन शकरगाए, श्री बी के शर्मा, श्री रमेश शर्मा, बुज़ुर्ग महिलाओं क्रमश: श्रीमती कृष्णा देवी पारे, श्रीमती प्रेम बाई पारे , श्रीमती शांता पाराशर , श्रीमती शारदा जोशी, श्रीमती गायत्री साकल्ले, श्रीमती राधा बाई काशिव के साथ साथ कुमारी जया चंद्रायण (शिक्षा) कुमारी अग्रिमा गुहा (राष्ट्रीय खेल) श्री संजय बिल्लोरे (पावर-लिफ्टिंग) कुमारी श्रद्धा बिल्लोरे ( गायन कला), के क्षेत्र में राष्ट्रीय , अंतर्राष्ट्रीय सम्मान पाने वाले युवा भी सम्मानित हुए.
इस अवसर पर संरक्षक श्री काशीनाथ बिल्लोरे द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं श्री काशीनाथ अमलाथे द्वारा “नार्मदीय-लोक” को सम्मान पत्र भेंट किया गया .
कार्यक्रम में खंडवा, इंदौर, होसंगाबाद, भोपाल, हरदा, टिमरनी, खरगौन, शहडोल, कटनी, के प्रतिनिधियों के अलावा नार्मदीय छात्र सहायक ट्रस्ट के पदाधिकारी मौजूद थे .
कार्यक्रम के आयोजन में श्री सतीश बिल्लोरे (उपाध्यक्ष), सचिव श्री संजय पारे , श्री  दिनेश साकल्ले (सम्पादक नार्मदीय लोक इंदौर) महिला मंडल सचिव श्रीमती ललिता उपाद्ध्याय उपाध्यक्ष श्रीमती लीला पारे , श्री अरुण एवं विकास टेमले , श्री राजेश बिल्लोरे , श्री मनोज काशिव, श्री उमेश पगारे, कुमारी पलक डोंगरे , कुमारी अणिमा केसरे, कुमारी अंकिता शर्मा , श्री योगेश चंद्रायण , यश पारे , जयंत चंद्रायण आदि सहयोग उल्लेखनीय है .

//झलकियाँ //
• कार्यक्रम के पूर्व दोपहर में श्री काशीनाथ अमलाथे जी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में होटल गेलेक्सी में दोपहर के भोज में समस्त अतिथिगण एवं वरिष्ट नागरिक मंच के सदस्यों की उपस्थिति रही
• 89 वर्षीय वयोवृद्ध गंगातुल्य पूज्या कृष्णा बाई पारे ने सम्मान पर अभिभूत होते हुए कहा - “ यह मेरे जीवन के लिए अप्रतिम अनुभव है . ”
• श्री काशीनाथ अमलाथे ने कहा कि- अपने जीवन में जितने भी सम्मानं समारोह देखे उन सबकी तुलना में आज संपन्न समारोह अद्वितीय है जिसका श्रेय जबलपुर नार्मदीय ब्राह्मण समाज एवं नार्मदीय लोक को जाता है
• श्रीमती शांता देवी पाराशर ने कहा –“अपने सत्तर वर्षीय जबलपुर निवास में आज अत्यधिक खुशी मिलीं जब सामाजिक स्तर पर इतना आत्मिक आयोजन हुआ हो जिसमें महिलाओं बच्चों को भी सम्मानित किया गया हो
• वयोवृद्ध श्रीमती पुष्पा जोशी, श्री रामनारायण जोशी ,श्री राधेश्याम श्याम शर्मा अस्वस्थयता के कारण समारोह में शामिल न हो सके
• नार्मदीय समाज जबलपुर की भारी संख्या में उपस्थिति से अभिभूत होकर श्री शुक्ला , श्रीमती नीरजा शुक्ला तथा बच्चों ने उपस्थित समुदाय के बीच जाकर व्यक्तिगत संवाद स्थापित किया
• दौनो संस्थाओं ने एक दूसरे के प्रति कृतज्ञता के साथ आयोजन को सफल बताते हुए पत्रिका से जुड़ने के सफल प्रयास को आगे बढ़ने के लिए संकल्प लिया

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