साभार : शब्दों का सफ़र से |
"शरद कोकास" ----एक सराहनीय और मिलाजुला प्रयास.......शरद कोकास एक जिद्दी व्यक्ति का नाम है.जी हाँ वह शरद कोकास एक जिद्दी जो की कविता कोष में इस तरह से शामिल है
- गुनगुनी धूप में बैठकर / शरद कोकास (कविता-संग्रह)
- पुरातत्ववेत्ता / शरद कोकास (लम्बी कविता)
- बीता हुआ दिन / शरद कोकास
- प्रकृति के दफ़्तर में / शरद कोकास
- कोयल चुप है / शरद कोकास
- अर्थी सजाने वाले / शरद कोकास
- बदबू / शरद कोकास
- हैलमेट / शरद कोकास
- इज़्ज़तदार / शरद कोकास
- झील से प्यार करते हुए–1 / शरद कोकास
- झील से प्यार करते हुए–2 / शरद कोकास
- बच्चा अपने सपनों में राक्षस नहीं होता / शरद कोकास
- ईश्वर यहीं कहीं प्रवेश करता है / शरद कोकास
- / शरद कोकास
- / शरद कोकास
- शरद कोकास यानी जबलपुर आने का तीन बरस से वादा करके न आ आए .... सोचा था की सुनेंगे उनको पर वे इस बार भी न आये जबलपुर
- खैर अर्चना जी ने उनके सफल प्रयास का पोड कास्ट बना दिया मुझे बहुत उम्दा लगा
- आभार अर्चना जी