18.4.11

दादी की पोथी ..

आज पुरानी पुस्तकों के बीच दादी की पोथी हाथ लगी....मूल्य लिखा है ५/- और नाम है
"रामायन मनका-१०८"...
बस और कुछ नहीं .....सोचा आज हनुमान जयंती है, तो इसे ही सब तक पहुँचाया जाए... 


और महावीर के चरणों में समर्पित ये
हन हनुमतये नम:
___________
हन हनुमंत दुष्ट दलन को
लाज़ रखो निर्बल जन मन को !
कुंठित दुष्ट क्रूर अग्यानी-
सुन कापैं तुम्हरी जस बानी..!
जो नारकी दिये दु:ख मोही-
राम की सौं मत तज़ियो सो ही .
मो सम भाग हीन तुम नाथा-
तुम संग जीत गयहुं जुग सा..!!

अब सुनिए--
रामायन मनका-१०८

6 टिप्‍पणियां:

Chaitanyaa Sharma ने कहा…

सुंदर ...सभी को हनुमान जयंती की शुभकामनायें

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

भगवान हनुमान जयंती पर आपको हार्दिक शुभकामनाएँ!

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

बहुत अच्छा लगा इन १०८ मनकों को सुनना, हालांकि डिवशेअर पर जाकर ही सुन सका..

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

आभार हनुमान जयंती पर यह १०८ मनका सुनवाने का.... सुंदर पावन प्रस्तुति के धन्यवाद अर्चना जी.....

Dr Varsha Singh ने कहा…

१०८ मनका सुनवाने के लिए आभार...हार्दिक शुभकामनाएँ!

Shikha Kaushik ने कहा…

Archna ji bahut bahut shubhkamnayen Hanuman jyanti ki .aapke swar me 108 manka sunna bahut aanandmay raha .badhai .

Wow.....New

धर्म और संप्रदाय

What is the difference The between Dharm & Religion ?     English language has its own compulsions.. This language has a lot of difficu...