आईये दुआ करें
आईये दुआ करे
उनके लिये जो
अपनों से
महफ़ूज़ न हो...!!
जो
सदा दर्द के सागर में तैरता हो
वो जिससे
कईयों का नेह भरा नाता हो
वो जो दुश्मन के भी गुण गाता हो ?
जी हां उसी अपने से पराये-आदमी की
बेहतरी के लिये
आईये दुआ करे
उनके लिये जो
अपनों से
महफ़ूज़ न हो...!!
जो
सदा दर्द के सागर में तैरता हो
वो जिससे
कईयों का नेह भरा नाता हो
वो जो दुश्मन के भी गुण गाता हो ?
जी हां उसी अपने से पराये-आदमी की
बेहतरी के लिये
आईये दुआ करे
टिप्पणियाँ
बात का खुलासा तो करिये। महफ़ूज़ हमारे भी दोस्त हैं, हमें मालूम होना चाहिये कि क्या बात है, सब ठीक तो है?
संजय.
और सबकी दुआयें
मिलकर महफूज रखेंगी
महफूज भाई को।