''पाबला जी से खुली बातचीत !''

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साथियो आपका हार्दिक अभिवादन, होली के पूर्व श्री बी एस 
पाबला से खुल कर चर्चा हुई . किन्तु नेट एवं अन्य विवषताओं 
के चलते पाडकास्ट पोस्ट न कर सका. सादर प्रस्तुत है. 
आपसे पाडकास्ट  इंटरव्यू की  कमियों की ओर इंगित कर 
मुझे मार्गदर्शन दीजिये 
भवदीय मुकुल
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टिप्पणियाँ

शरद कोकास ने कहा…
पाबला जी से बात शुरू क्या हुई घंटियाँ बजने लगीं... अरे वा । पाबला जी ने शुरू मे ही गिरीश जी को छेड़ दिया । फिर ललित जी की याद की गई , समीर लाल जी की याद की गई । अब पाबला जी से पीने पर चर्चा हो रही है (?) और जगजीत की गाई गज़ल पर बात हो रही है .. पाबला जी से सवाल .. अगर आप बज़ार जायेंगे तो आप कैसी पिचकारी लेकर आयेंगे । पाबला जी परेशान ..बचपन का सवाल जवानी में । उन्होने कह दिया होली का त्योहार नही के बराबर मनाता हूँ पाँच मिनट दस सेकंड बाद गिरीश जी कहते है कि रेकॉर्डिंग हो रही है । पाबला जी एक दुख भरी घटना का उल्लेख करते है । सच है सुख -दुख जीवन के दो पहलू हैं । गिरीश जी वॉल्यूम चेक कर रहे है । आवाज़ आती है फिर कम ज़्यादा होती है फिर बन्द हो जाती है ... जय हो जय हो ...
जीजू
टैप की टिप्पणी के लिए आभार जी जा जी
बीच में जब आवाज गायब हो जाती है तो श्रोता यह न समझें कि बात खत्‍म हो गई है। धैर्य रखें। उस समय पाबला जी, अरे नहीं, गिरीश जी व्‍यस्‍त हो गए हैं।
यह तो वाजिब सवाल है कि चिट्ठाचर्चा की जगह पोस्‍टचर्चा हो रही है। अब तो चिट्ठाचर्चा का नाम ही बदल जाना चाहिए अथवा चिट्ठों की चर्चा करनी शुरू कर दी जाएगी।
अच्‍छा लगा बिना मोबाइल के पाबला जी को सुनना।
और भाई पाबला जी से एक निवेदन। कितना ही व्‍यस्‍त हों इस बातचीत को एकबारगी अवश्‍य सुनने का कष्‍ट कीजिएगा।
Pabla ji,
aapki yah baat se poori tarah sahmat hun...'chittha cahrcha' ke naam par post charcha ho rahi hai...aapne mere man ki baat kah di...aaj tak maine kahin bhi chittha charcha nahi dekha hai...bahut acchi baat kahi hai aapne..

interview ke dauran kuch glitch aayi thi...Domain Name in baat jab uthi thi...lekin wo baad mein spasht ho gayi..
बीच बीच में आवाज़ बंद होने पर लगा कि बतर्ज़ टी.वी. चैनल, आवाज़ संपादित कर दी गई पर शायद बीप डालना भूल गए...
Udan Tashtari ने कहा…
सुन लिया पूरा ध्यान लगा कर.
shikha varshney ने कहा…
Bahut achcha laga Pabla ji se milna aur unke vichar janna ..aabhar
शेफाली जी को सुनने के बाद पाबला जी को भी सुना .. अच्‍छी लगी आपलोगों की बातचीत !!
M VERMA ने कहा…
बहुत सुन्दर बातचीत
प्रभावी एवं स्पष्ट दृष्टिकोण

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