6.11.10

बराक़ साहब के नाम एक खत :ट्वीट कर दूंगा

दुखद सूचना : खुशदीप सहगल भैया के पिताश्री के  निधन की सूचना से ब्लाग जगत स्तब्ध है.  82 वर्षीय पिताजी का मेरठ के एक अस्‍पताल के आई सी यू में 5 नवम्‍बर 2010 की प्रात: बीमारी से निधन हो गया है। शोक-संतप्‍त परिवार के प्रति नुक्‍कड़ अपनी संवेदना व्‍यक्‍त करता है और परमपिता परमात्‍मा से दिवंगत आत्‍मा की शांति के लिए प्रार्थनारत हैं हम सभी (तीन)( चार  )

                    इस वर्ष यानी 05 नवम्बर 2010 को  दीपावली पूजा का शुभ मुहुर्त सुबह 06:50 से 11:50 आज दोपहर  12:23 से 04:50 संध्या  05:57 से 09:12 ,रात 09:12 to 10:47 रात्रि 11:57 to 12:48 बजे ज्योतिषानुसार नियत है. शेयर बाज़ार  भी पूरे यौवन पर बंद हुआ. कुल मिला कर व्यापार के नज़रिये से भारत ऊपरी तौर मज़बूत नज़र आ रहा है.भारत में विदेशी पूंजी के अनियंत्रित प्रवाह को आशंका की नज़र से देखा जा रहा था,उस पूंजी की मात्रा में कमी दिखाई देना एक शुभ सगुन ही है (एक)एवम (एक-01) यानी  विदेशी कम्पनीयों पर लगाम लगाते हुए  भारतीय बाज़ार से प्राप्त लाभ के प्रतिशत में कमीं आना निश्चित है. किंतु क्या यह स्थिति बनी रहेगी क्या भारतीय घरेलू उत्पादन  को अवसर बाक़ायदा बेरोक हासिल होता रहेगा यह वित्त-विशेषज्ञता की पृष्ठभूमि  वाले प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री महोदय को करना है.  अब तो और साफ़ रहना होगा कि वे घरेलू-कम्पनीयों  के सन्दर्भ में पाजीटिव हैं अथवा बराक साहब के बहाव में आ जावेंगे ? इस सवाल का हल खोजा भी जा रहा होगा हो सकता है कि खोज भी लिया हो. यदि भारतीय व्यापारिक-उत्पादक,कम्पनीयों, के प्रतिकूल कोई समझौता करना पड़ा तो उस मज़बूरी का खुलासा करना भी ज़रूरी होगा सरकार के लिये. क्योंकि भारतीय-बाज़ार की लक्ष्मी का पूजन अनुकूल मुहुर्त पर भारतीयों ने ही किया है उसका (लक्ष्मी का )  भारतीयों के पास ही होना ज़रूरी है. ओबामा साहब का स्वागत (दो) हम सभी करतें हैं हम  आत्मसम्मान के भी पक्षधर हैं, हमारी अपेक्षा साफ़ है कि भारत और पाक़िस्तान को "एक तराज़ू-तौल" के फ़ार्मूले से अलग कर दिया जावे. भारत भारत है पाक़िस्तान पाकिस्तान है . अमेरिका को इस बात को लेकर भ्रमित हो सकता है कि पाक़ उनका सहयोगी है पर भारत का बच्चा-बच्चा पाक़ के इरादों से परिचित है. हमें सामरिक-संसाधनों से ज़्यादा आपके द्वारा पाक को मुहैया कराए गये अथवा कराए जा रहे संसाधनों में कटौती की अपेक्षा है. हम चीन के अपनत्व से पंचशील से ही परिचित हैं पाकिस्तान के संबंध उनसे भी मधुर हैं इस मधुरता से भारतीयों को कोई आपत्ति नही यदि वे सामरिक न हों. भारत वैसे भी अहिंसा का अनुयायी है. लेकिन महाभारत और लंका-विजय को न भूला जावे जो जन-मन में कथानक के रूप में अंकित है.  
 बहरहाल एजेण्डा तो तय है हमारी इस राय से बेहतर कहने सुझाने वाले लोग आपके पास भी है हमारे प्रधान मंत्री साहब के पास भी आप तो हमारी ओर से हैप्पी दीवाली स्वीकारिये हमारा तो  काम था लिखना सो लिख दिया अब आपको ट्वीटर के ज़रिये भेज भी देते हैं किसी से पढ़वा लीजिये अंग्रेज़ी में हम न लिखेंगें आप हिंदी को पढ़ेंगे नहीं सो किसी से पढ़वा लीजिये. 
पुन: अशेष-शुभकामनाओं सहित 
    ट्विटर पर चार बराक ओबामा है 
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-:टिप्पणीयाँ एवम लिंक्स  :-
(एक) "विदेशी मुद्रा आस्तियों में गिरावट के कारण 22 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.034 अरब डॉलर घटकर 295.40 अरब डॉलर रह गया जिससे पाँच सप्ताह से जारी तेजी का दौर थम गया।पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 64.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 296.43 अरब डॉलर पर पहुँच गया था।भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए गए आँकड़ों में दर्शाया गया है कि समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा की तेजी का प्रमुख कारक विदेशी मुद्रा आस्तियों की मात्रा 98.8 करोड़ डॉलर घटकर 267.69 अरब डॉलर रह गई थीं।.आँकड़े दर्शाते हैं कि भारत का स्वर्ण मुद्रा भंडार 20.51 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा जबकि विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) भी 3.3 करोड़ डॉलर घटकर 5.178 अरब डॉलर रह गया(स्रोत:-वेब दुनिया )"
(एक-01) :- एक विश्लेषण राम त्यागी जी के ब्लाग "मेरी आवाज़" पर
(दो) वेब-पोर्टल प्रवक्ता पर : -प्रभात कुमार रॉयका आलेख  बराक़ ओबामा की भारत यात्रा के आयाम
(तीन) :-शोक-सूचना  अविनाश वाचस्पति के ब्लाग पिताश्री  से
(चार) :-पाबला जी के ब्लाग ज़िंदगी के मेले से 

8 टिप्‍पणियां:

भारतीय नागरिक - Indian Citizen ने कहा…

हुम्म... मन जी.ओबामा..

Udan Tashtari ने कहा…

खुशदीप भाई के पिता जी के निधन का अत्यन्त दुखद समाचार.

परमपिता परमात्‍मा से दिवंगत आत्‍मा की शांति के लिए प्रार्थना एवं ईश्वर खुशदीप भाई एवं उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे,

पिता जी को विनम्र श्रद्धांजलि

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

दुखद समाचार--ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
विनम्र श्रद्धांजलि

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

जी दुखद घटना है
बराक़ साहब का स्वागत

Darshan Lal Baweja ने कहा…

obama मन मोहन:)) आओबाहोंमा

राज भाटिय़ा ने कहा…

ओह!! हम भी इस दुख की घडी मे खुशदीप जी के साथ हे, भगवान इस दुख की घडी मे खुशदीप जी ओर इन के परिवार को यह दुख सहने की हिम्मत दे, ओर पिता श्री जी की आत्मा को शांति मिले, भगवान उन्हे अपने चरणो मे जगह दे.हम सब की तरफ़ से पिताजी को विनम्र श्रद्धांजलि.

ASHOK BAJAJ ने कहा…

दुखद समाचार--ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
विनम्र श्रद्धांजलि

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

विनम्र श्रद्धांजलि......नमन

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