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गुरुवार, जुलाई 21, 2016

वक्त कम है, बहुत काम मुझे जाने दे !!

बहुत मसरूफ हूँ , मत रोक मुझे जाने दे !
वक्त कम है,  बहुत  काम ! मुझे जाने दे    !!
मैं  तो उसमें समाना चाहता हूँ...
वो लहर जा रही है मत रोक चले जाने दे !!
बहुत हैं मुद्दे जो बातों से नहीं सुलझेंगे-
साफ़ होंगें सभी मसले वक्त आने दे !!
उस दरगाह से उठ फुर्र हुई गौरैया -
चुग्गा मंदिर में दिखा जाके उसे खाने दे !!
सांझ टीवी पे जुड़े लोग हल्ले वाले -  
गीत कबिरा और  मीरा के मुझे गाने दे .


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