दस्तावेज़
दफ्तर में पड़े
एक लावारिस दस्तावेज़ सा
जरूरत होने पर
धूल हटाई जाती है मुझसे
फिर
बीडी वाले हाथों से
पटक दिया जाता हूँ
अन्य लावारिस दस्तावेजों के बीच
अक्सर
चार बरस चार माह यही होता है
:::::::::::::::::::::::::::::::::
दरख्तों पर
दरख्तों पर ऊँघता
बेसुध गिद्ध
नज़र आता है उस ताकतवर की तरह
जो अफसर कहा जाता है
आज के दफ्तरों में
::::::::::::::::::::::::::
दफ्तर में पड़े
एक लावारिस दस्तावेज़ सा
जरूरत होने पर
धूल हटाई जाती है मुझसे
फिर
बीडी वाले हाथों से
पटक दिया जाता हूँ
अन्य लावारिस दस्तावेजों के बीच
अक्सर
चार बरस चार माह यही होता है
:::::::::::::::::::::::::::::::::
दरख्तों पर
दरख्तों पर ऊँघता
बेसुध गिद्ध
नज़र आता है उस ताकतवर की तरह
जो अफसर कहा जाता है
आज के दफ्तरों में
::::::::::::::::::::::::::