स्नेहा चौहान |
लेखिका पत्रकार स्नेहा चौहान ने दीपिका के वीडियो को देखा और त्वरित टिप्पणी करते हुए दीपिका के लिए कुछ सवाल
बिखेर दिए . स्नेहा पूछतीं हैं -
My Choice बहुत महत्वपूर्ण सम्माननीय महिलाओं ने वीडियो में काम किया है ... किन्तु आपने उन
बातों को कहा है जो यकीनन वो खुद की ज़िन्दगी में कभी नहीं करेंगी ।
1.
सेक्स शादी से पहले करो तो बोलने का
माद्दा होना चाहिए ।
2.
पति ने भी किया हो तो उसको क़बूल करने की
हिम्मत भी है ?
3.
शादी के बाद अगर पति किसी ओर भी सेक्स करे तो
तुमको दिक्कत नहीं होनी चाहिए । ये सोचा है
4.
फिगर कैसा भी हो तो दुबले होने के लिए
क्यों मरी जाती हैं ?
5.
शादी नहीं करनी मत करो लेकिन जिसको करनी है उसे बोलो मत .
6.
पहनना या न पहनना चॉइस है लेकिन क्या
बिना इसके बाजार में निकल सकोगी हिम्मत है ।
देश में जहाँ कपड़ो की वजह से बलात्कार होते है.... ऐसा कहा और माना जाता हो ? ये संभव है क्या ?
वास्तव में स्नेहा के दीपिका से सवाल सहज रूप से उभरे सवाल
हैं जिसके जवाब स्नेहा को मिलना सम्भव नहीं है . कौन स्नेहा कैसी स्नेहा ऐसी बहुतेरी स्नेहाएं
होंगीं जिनने त्वरित टिप्पणी की होगी . बाकी कुछ अपने अपने अंदाज़ में दीपिका के वीडियो का अर्थ समझने के गुंताड़े में होंगी
. और कुछेक इस सबसे दूर मनपसंद टीवी सीरियल का
लुफ्त ले रहीं होंगी .
पूरा विश्व
शुद्ध व्यापारिक नज़रिये से मुद्दों को देख रहा है .... उनका
स्तेमाल भी व्यावसायिक ही है .
"तो अब इस वीडियो का और इतनी नारीवादिता का क्या होगा ? "
वीडियो को तो मुकाम हासिल
हो गया उसे बनाने के बाद दर्शक चाहिए थे खबरिया चैनल्स के ज़रिये चर्चा में आया
आते ही 41 लाख दर्शकों ने देखा ......................
लोग गुमशुदा होमी अदाजनियां
को नई पहचान मिली . इस पहचान के के कई अर्थ
निकलेंगे . वर्जनाओं के विरुद्ध एकजुट होते इस दौर में केवल सुर्खियां बटोरना धन कमाना मूल
उद्देश्य है . ज़रा सोचिये कोई क्योंकर "मिले सुर मेरा तुम्हारा
ब्रांड " वीडियो देखेगा ..... और आपको शायद याद होगी ये खबर होमी बाबा एक फिल्ममेकर हैं वे दीपिका के की लोकप्रियता को
ज़बरदस्त तरीके से कैश करेंगें ये तय है . सारा खेल सुर्ख़ियों में
छाए रहने का प्लेंड गेम है .
यूं तो हमने 28/03/2015 को ही इस वीडियो को देख लिया था पर हमने इग्नोर किया
कारण इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं पाया बेवज़ह विवादित वीडियो को वायरल कराना चाहते थे किन्तु जब आज जब
हमने आप जैसी संवेदित एवं सही अर्थों में वीमेन एम्पावरमेंट की हिमायती को विचलित
होते देखा तो तो सोचा वीडियो बनाने के एक पहलू से तो आज ही
आपको भिज्ञ करा ही दें सच यह है कि ऐसा वीडियो शुद्ध रूप से व्यावसायिक
प्रक्रिया का एक हिस्सा है .
देखा
जाए तो My
Choice वीडियो को सेलेब्रिटीज के अधकचरे ज्ञान एवं मूर्खता पूर्ण प्रयोग का सटीक माँ
लेना चाहिए है और इसे बढ़ावा न देते हुए
इग्नोर करना चाहिए किन्तु समुदाय इग्नोर
करने की ताकत खो चुका है समझदार है रिएक्ट करता है पर वैसे जैसे कि रोज जागता है,
मार्निंग-वाक् पर जाता है, अखबार देखता है , व्यवस्था को कोसता है , किसी की
खिल्ली उडाता है ... समुदाय ठीक वैसे ही किसी चटपटे मुद्दे पर पल भर सोचता है
रिएक्ट भी कर देता है .
सोचा भी न होगा उसने कि “जेंडर-संवेदीकरण” की नवीनतम
आवश्यकता के दौर में होमी ने दीपिका से दशकों पुराने “नारी-मुक्ति-आन्दोलन” की झंडाबरदारी
करा दी .
दीपिका
अभिनीत इस वीडियो में किसी को भी नारी-सशक्तिकरण जो सम्पूर्ण विकास में जेंडर-समानता
लाने का पूर्वाभ्यास है नज़र नहीं आया आता भी क्यों ..
My
Choice वीडियो में नया कुछ दिखाने के प्रयास में बरसों पुराना नारी-मुक्ति का पश्चिमी आन्दोलन
जिसे स्वयं पश्चिम ने खारिज कर दिया था का प्रकटीकरण मात्र किया है .
अंतत: एक बात तो तय पाई जाती है
कि – सेलेब्रिटीज जिनका गहरा प्रभाव अक्सर समकालीन युवा पीढ़ी पर पड़ता है उसे “महिलाओं
के सशक्तिकरण ” के मायने ही नहीं
मालूम वे सिर्फ विषयों को नकदी में बदलने की कोशिश में
लगे रहते हैं .!