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बुधवार, जून 18, 2014

“वनिता-चेतना” ब्लागके तीसरे वर्ष में प्रवेश किया


  महिला बाल कल्याण गतिविधियों की सूचनाएं न्यू-मीडिया में प्रसारित प्रकाशित करना कराना इस कारण आवश्यक हो गया है ताकि विकास के लिये उठाए गए क़दम की जानकारी नेपथ्य में नचली जावे . 
विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे समयानुकूलित साईंस का दर्ज़ा दिया जा सकता है. विकास की गतिविधियों में संलग्न रहना  बिना नए प्रयोगों के कठिन हो जाता है.प्रयोंगों का प्रकाशन एवम उनसे प्राप्त फ़ीडबैक दस्तावेजीकरण जैसी आवश्यकताओं को अनदेखा नहीं किया जा सकता . साथ ही नक़ारात्मक समाचारों का दैनंदिन प्रकाशन जो बहुधा व्यक्तिगत
कारणों से संपृक्त होते हैं .. विकास गतिविधियों को   को
निरुत्साहित करतें हैं....
पी आर ओ श्री अतुल खरे ने कहा विकास-सूचनाएं अपेक्षाकृत अधिक आवश्यक हैं  मीडिया को चाहिये कि उत्साही टीमों को चीयर अप करे...!
 मुझेबस मुझे श्री खरे की उक्ति से  अपने लिये रास्ता मिल गया ... और विकास वार्ता के बाद अपने विभाग के विकास
समाचारों के लिये वनिता-चेतना के साथ मिल कर छोटा सा प्रयोग कर दिया वनिता-चेतना
ब्लाग के रूप में.. डा. निशा जैन एवम स्नेही आशुतोष केवलिया का आभारी हूं..
क्षमा प्रार्थना के साथ कहना ज़रूरी है कि विभागीय
अधिकारी अपने कार्य के वेब पर  प्रकाशन को
लेकर उत्साही नहीं हैं.. आशा करता हूं कि वे आफ़िसियली ब्लाग बनाएं अगर मेरी मदद की
ज़रूरत महसूस करतें हैं तो अवश्य मुझे मेल करें. साथ ही समाचार सूचनाएं एवम सृजन
मुझे भेज दें .. मुझे केवल तीन या चार घंटे नींद आती है.. शासकीय कार्य के बाद
अवश्य देर रात तक लेखकीय धर्म निभाता हूं... आप जैसे भी प्रकाशनार्थ सामग्री अवश्य
भेजिये.. शब्दों में पिरोना मुझ पर छोड़िये ........
उम्मीदों के साथ आपका कृपा पात्र
गिरीश बिल्लोरे
बाल विकास परियोजना अधिकारी
डिंडोरी, म.प्र.
फ़ोन :- 09479756905



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